कल्कि धाम और शंख माधव तीर्थ सहित कई स्थलों का होगा विकास
जिला प्रशासन ने कल्कि धाम, शंख माधव तीर्थ, ऋषिकेश महाकूप और मृत्यु कूप सहित जिले के 68 तीर्थ स्थलों और 19 पौराणिक कूपों का सर्वे किया है। उपजिलाधिकारी विकास चंद्र ने शुक्रवार को इन स्थलों का निरीक्षण कर विकास कार्यों की योजना तैयार कराई। उन्होंने बताया कि यह सिर्फ धार्मिक स्थलों के विकास की योजना नहीं है, बल्कि संभल की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक गरिमा को पुनर्स्थापित करने की एक ठोस पहल है।
कल्कि मंदिर में होगा परिक्रमा पथ और भगवान कल्कि का घोड़ा
प्रस्तावित योजना के तहत भगवान कल्कि मंदिर में भव्य परिक्रमा पथ, धार्मिक पेंटिंग, आकर्षक बागीचा, श्रद्धालुओं के लिए बैठने की व्यवस्था और भगवान कल्कि का भव्य घोड़ा स्थापित किया जाएगा। इस परियोजना पर कुल 3 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
बंद मंदिरों के कपाट खुले, खोए हुए तीर्थ स्थलों की खोज जारी
पिछले वर्ष 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के बाद हुई हिंसा के चलते सुर्खियों में आए संभल जिले में प्रशासन ने धार्मिक सौहार्द को बहाल करने के लिए विभिन्न पहल की हैं। 14 दिसंबर को 46 वर्षों से बंद पड़े कार्तिकेय महादेव मंदिर के कपाट खुलवाए गए। इसके साथ ही संभल के विलुप्त हो चुके तीर्थ स्थलों और कूपों को पुनः खोजा गया है। साथ ही भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा संरक्षित आठ ऐतिहासिक स्मारकों के संरक्षण और विकास की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।