पॉडकास्ट और शॉर्ट्स बना रहे हैं नई पहचान (YouTube focus on shorts and podcasts)
सन 2025 में यूट्यूब कंटेंट का तरीका पूरी तरह बदल चुका है। पॉडकास्ट और शॉर्ट्स जैसे फॉर्मेट को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है। इसी को देखते हुए यूट्यूब अपने प्लैटफॉर्म को इन फॉर्मेट्स के अनुकूल बना रहा है।
ट्रेंडिंग टैब पर घटता ट्रैफिक बना कारण
यूट्यूब ने डेटा में पाया कि ट्रेंडिंग सेक्शन को देखने वालों की संख्या लगातार कम हो रही थी। अब लोग सीधे सर्च का इस्तेमाल करके ट्रेंडिंग कंटेंट खोज लेते हैं। इसलिए, एक अलग ट्रेंडिंग टैब की जरूरत महसूस नहीं हुई।
क्रिएटर्स के लिए नया इंस्पिरेशन टैब
यूट्यूब अब अपने क्रिएटर्स को बेहतर अनुभव देने के लिए YouTube Studio में “Inspiration Tab” लॉन्च कर रहा है। यहां से क्रिएटर्स को ट्रेंडिंग आइडियाज़ और टॉप परफॉर्मिंग कंटेंट की जानकारी मिलेगी।
AI की मदद से बदल रहा है यूट्यूब का चेहरा (YouTube replaces trending with AI)
यूट्यूब अब अपने सिस्टम में AI तकनीक का गहराई से इस्तेमाल कर रहा है। मौजूदा कंटेंट से ट्रेनिंग लेकर नया Veo 3 AI वीडियो मॉडल तैयार किया जा रहा है, जो क्रिएटर्स और यूज़र्स दोनों के लिए गेमचेंजर साबित हो सकता है।
कई यूज़र्स के लिए ट्रेंडिंग टैब हटाने का फैसला चौंकाने वाला
YouTube की ओर से ट्रेंडिंग टैब को हटाने का फैसला कई यूज़र्स के लिए चौंकाने वाला है। जहां कुछ लोगों को यह बदलाव अप्रासंगिक ट्रेंडिंग वीडियोज़ से राहत की तरह लग सकता है, वहीं कंटेंट डिस्कवरी में रुचि रखने वाले दर्शकों और छोटे क्रिएटर्स को यह निर्णय निराश कर सकता है। सोशल मीडिया पर भी इस कदम को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
यह भी एक नई चुनौती होगी
अब देखना दिलचस्प होगा कि यूट्यूब की ओर से जो नए कैटेगरी-आधारित सेक्शन (जैसे वीकली टॉप, ट्रेंडिंग म्यूज़िक, पॉडकास्ट आदि) लाए जा रहे हैं, वे यूज़र्स को किस हद तक आकर्षित कर पाते हैं। साथ ही, YouTube Studio में “Inspiration Tab” कितना उपयोगी साबित होगा, यह आने वाले महीनों में स्पष्ट हो जाएगा। क्रिएटर्स अब किस तरह नए ट्रेंड्स पकड़ते हैं, यह भी एक नई चुनौती होगी।
कस्टमाइज़्ड और यूज़र बिहेवियर बेस्ड एक्सपीरियंस
बहरहाल यह बदलाव YouTube की उस रणनीति की ओर इशारा करता है, जिसमें वह AI-ड्रिवन रिकमेंडेशन, शॉर्ट्स कंटेंट और पॉडकास्ट को प्राथमिकता दे रहा है। साथ ही, यह इस बात का संकेत है कि यूट्यूब अब एक जनरल ट्रेंडिंग टैब के बजाय, कस्टमाइज़्ड और यूज़र बिहेवियर बेस्ड एक्सपीरियंस को ज़्यादा महत्व दे रहा है। इससे यह भी साफ होता है कि YouTube सर्च और एल्गोरिथम आधारित फीड पर पहले से अधिक भरोसा कर रहा है।