मुल्डर ने इस टेस्ट मैच के दूसरे दिन के लांच तक 367 रन बना लिए थे। वे लारा के 2004 में एंटीगा में इंग्लैंड के खिलाफ बनाए गए स्कोर से सिर्फ 33 रन पीछे थे। तभी उन्होंने पारी घोषित कर दी और यह रिकॉर्ड टूटते -टूटते रह गया। इसके बाद मुल्डर ने कहा था, ‘सबसे पहले मुझे लगा कि हमारे पास पर्याप्त रन है और हमें गेंदबाजी करनी चाहिए। दूसरी बात, ब्रायन लारा एक महान खिलाड़ी हैं। उस कद के व्यक्ति के लिए यह रिकॉर्ड बनाए रखना उचित है। अगर मुझे दोबारा ऐसा करने का मौका मिला, तो मैं बिल्कुल वैसा ही करूंगा। मैंने शुकरी कॉनराड से बात की और उन्हें भी ऐसा ही लगा। ब्रायन लारा एक लीजेंड हैं और वह इस रिकॉर्ड को बनाए रखने के हकदार हैं।’
अब उन्होंने बताया है कि लारा ने उन्हें फोन किया था और रिकॉर्ड नहीं तोड़ने पर अफसोस जताया है। मुल्डर ने सुपर स्पोर्ट से बातचीत में कहा, “ब्रायन लारा ने मुझसे कहा कि मुझे यह रिकॉर्ड तोड़ने का प्रयास करना चाहिए था। उनका यह कहना मेरे लिए काफी थी। उनके मुंह से यह सुनकर मैं खुश हो गया। वह खेल के दिग्गज हैं और उनके 400 रन अब भी क्रिकेट के महानतम रिकॉर्ड्स में से एक हैं। अब चीजें थोड़ी हद तक ठीक हो गई हैं, मैंने ब्रायन लारा से बात कर राहत महसूस किया। उन्होंने मुझसे कहा कि आप खुद का नाम बनाएं और मुझे रिकॉर्ड के पीछे जाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि रिकॉर्ड टूटने के लिए होते हैं और वह चाहते हैं कि अगर मैं फिर कभी उस स्थिति में हूं, तो मुझे उसके पार जाना चाहिए और जितना उन्होंने किया उससे ज्यादा बनाऊं।’
मुल्डर ने कहा, ‘यह उनका फॉन्ट ऑफ व्यू था, लेकिन मुझे अभी भी विश्वास है कि मैंने सही काम किया और खेल का सम्मान करना मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है।’ हालांकि वेस्टइंडीज के दिग्गज क्रिकेटर क्रिस गेल, मुल्डर के इस फैसले से बिल्कुल भी खुश नहीं हैं। उनका मानना है कि मुल्डर घबराकर बड़ी गलती कर बैठे।
गेल ने ‘टॉकस्पोर्ट’ से कहा, “अगर मुझे 400 रन बनाने का मौका मिलता, तो मैं बना लेता। ऐसा हमेशा नहीं होता। आपको नहीं पता कि आप कब फिर से तिहरा शतक बना सकेंगे। जब भी आपको ऐसा मौका मिलता है, तो कोशिश होती है कि उसका पूरा फायदा उठाया जाए। लेकिन मुल्डर इस मामले में बहुत उदार थे। उन्होंने बताया कि वह चाहते हैं कि यह रिकॉर्ड ब्रायन लारा के ही नाम रहे। शायद वह घबरा गए थे। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि उस स्थिति में क्या करें। मान लीजिए, आप 367 पर हैं, तो आपको रिकॉर्ड बनाने का जोखिम उठाना ही होगा। ऐसे आप एक लीजेंड कैसे बनेंगे, क्योंकि रिकॉर्ड तो लीजेंड होने के साथ ही आते हैं।”
क्रिस गेल ने इस फैसले को एक गलती बताते हुए कहा, “मुझे लगता है कि यह मुल्डर की बड़ी गलती थी कि उन्होंने इस रिकॉर्ड को तोड़ने की कोशिश नहीं की। हमें नहीं पता कि वह इसे हासिल कर पाएंगे या नहीं, लेकिन उन्होंने 367 रन के व्यक्तिगत स्कोर पर पारी घोषित की और वही कहा, जो उन्हें कहना था। लेकिन इस पर भी ध्यान दीजिए कि टेस्ट पारी में 400 रन बनाने का मौका जीवन में बार-बार नहीं मिलेगा। नौजवान, आपने इसे गंवा दिया।”
गेल ने कहा, “इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि विपक्षी टीम कौन सी है। अगर आप किसी भी टीम के खिलाफ 100 रन बनाते हैं, तो वह टेस्ट शतक है। अगर आप 200, 300 या 400 रन बनाते हैं, तो वह टेस्ट क्रिकेट है। यही सबसे बेहतरीन खेल है। मुल्डर घबरा गए और उन्होंने गलती कर दी।”