उन्होंने आगे कहा, ‘हम पुनर्निर्माण के चरण में हैं। अगली पीढ़ी में लगातार निवेश कर रहे हैं और उस भावना को फिर से जागृत कर रहे हैं, जिसने लंबे समय से वेस्टइंडीज क्रिकेट को विश्व में एक ताकत बनाया है। प्रगति कभी भी सीधी नहीं होती। इसमें समय, दृढ़ता और विश्वास की आवश्यकता होती है, खासकर हमारे सबसे कठिन क्षणों में। आगे का रास्ता हमारी परीक्षा लेगा, लेकिन मुझे हमारे खिलाड़ियों की प्रतिभा और लगन पर पूरा भरोसा है।’
किशोर शालो ने कहा, ‘हमने पहले ही उत्साहजनक संकेत देखे हैं, खासकर गेंदबाजी में। हमारे बल्लेबाज उत्सुक हैं, लेकिन अब उन्हें और भी ज्यादा सतर्क रहना होगा, क्योंकि वे बेहतर प्रदर्शन के लिए काम कर रहे हैं। अब पीछे हटने का समय नहीं है। अब एक-दूसरे के और भी करीब आने का समय है। यही वो पल हैं जो हमें आकार देते हैं।’
उन्होंने आगे की कार्ययोजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा, ‘एक तात्कालिक कदम के रूप में मैंने क्रिकेट रणनीति एवं कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हालिया टेस्ट सीरीज विशेष रूप से अंतिम मैच की समीक्षा के लिए एक आपातकालीन बैठक बुलाने का सुझाव दिया है। चर्चा को और मजबूत बनाने के लिए मैंने तीन महानतम बल्लेबाजों सर क्लाइव लॉयड, सर विवियन रिचर्ड्स और ब्रायन लारा को आमंत्रित किया है। वे पूर्व महान बल्लेबाजों डॉ. शिवनारायण चंद्रपॉल, डेसमंड हेन्स और इयान ब्रैडशॉ के साथ शामिल होंगे, जो पहले से ही समिति में कार्यरत हैं।’
किशोर शालो ने कहा, ‘यह मुलाकात औपचारिक नहीं है। ये वे लोग हैं, जिन्होंने हमारे स्वर्णिम युग को परिभाषित करने में मदद की है और हमारे क्रिकेट विकास के अगले चरण को आकार देने में उनके विचार अमूल्य होंगे। हमारा इरादा है कि इस बैठक से ठोस और कार्यान्वयन योग्य सुझाव सामने आए। पिछले हफ्तों में मेरे संदेश के अनुरूप, यह एक ऐसा क्षण है जो सहयोग की माँग करता है, विभाजन की नहीं। अगर हमें सचमुच आगे बढ़ना है, तो हमें सभी की भागीदारी की ज़रूरत है- प्रशंसक, खिलाड़ी, कोच, दिग्गज और प्रशासक। अभी बहुत काम करना बाकी है। लेकिन हमें इसे उद्देश्यपूर्ण तरीके से करना होगा, और हमें इसे मिलकर करना होगा।’