युवाओं का कहना है कि राज्य में एसआई की नियमित भर्ती 14 साल में सिर्फ एक बार (2018) ही आई है। 2011 के बाद 2018 में भर्ती खुली, उसके बाद फिर से तीन साल देरी हुई। ऽजब सरकार समय पर भर्ती नहीं निकाल सकी, तो अब उम्र हमारे खिलाफ कैसे हो गई।
शहर में एसआई भर्ती की तैयारी करने वालों का कहना है कि कोरोना महामारी के दौरान दो से तीन साल तक प्रतियोगी परीक्षाएं प्रभावित रहीं। ऐसे में जब केंद्र और कई राज्यों ने उमीदवारों को राहत देते हुए अधिकतम उम्र सीमा में छूट दी, तो
छत्तीसगढ़ में उल्टा एक साल घटा दिया गया। उम्र सीमा 33 की जगह 34 साल किया जाए।
सड़कों पर उतरने की तैयारी में प्रतियोगी
युवाओं ने सरकार से एसआई भर्ती में अधिकतम उम्र सीमा को फिर से 34 वर्ष करने की मांग की है। साथ ही कोविड काल के नुकसान की भरपाई के लिए कम से कम 2 साल की अतिरिक्त छूट देने की भी मांग रखी है। प्रतियोगियों का कहना है कि यदि सरकार ने जल्द निर्णय नहीं लिया तो वे राजधानी रायपुर में बड़ा आंदोलन करेंगे।
2018 भर्ती की वेटिंग लिस्ट अब तक लंबित
छात्रों ने यह भी आरोप लगाया है कि 2018 की एसआई भर्ती में वेटिंग लिस्ट के करीब 25% पद अब भी खाली हैं, जबकि नियमों के अनुसार इन्हें पूरा किया जाना था। इससे आधे अभ्यर्थी अब ओवरएज हो गए हैं। ऐसे में उम्र सीमा को 1 साल घटाने से कई युवा इस प्रतियोगिता से ही बाहर हो जाएंगे।