Minister Shekhawat in a meeting with officials of the water supply department. (Photo: Patrika)
जोधपुर सहित पश्चिमी राजस्थान के पांच जिलों के 70 लाख लोगों और हजारों औद्योगिक इकाइयों के लिए पानी पहुंचाने वाला राजीव गांधी लिफ्ट केनाल तीसरा फेज एक बार फिर विलंब से चल रहा है। मई तक पूरा होने वाला यह प्रोजेक्ट अब इसी साल दिसम्बर तक पूरा होने की उम्मीद है।
इस देरी के पीछे कारण मजदूरों की कमी बताया जा रहा है। सर्किट हाउस में जब केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने जलदाय विभाग के अधिकारियों की बैठक ली तो यह बात सामने आई।
पम्प हाउस अधूरा
पाइप लाइन के साथ सात पम्प हाउस भी बनाए जा रहे हैं, जिसमें भी पानी को लिफ्ट कर पाइप लाइन से जोधपुर लाया जाएगा। पहला पम्प हाउस मदासर के समीप ही बन रहा है। यह इलाका पूरी तरह से रेगिस्तानी है। यहां मजदूर नहीं रुक रहे। इसी कारण वहां काम सबसे धीमी गति से चल रहा है।
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नोटिस व जुर्माना भी
अतिरिक्त मुख्य अभियंता प्रोजेक्ट नक्षत्र सिंह चारण ने बताया कि कम्पनी समय काम नहीं कर रही, इसलिए नोटिस दिए गए हैं। इसके अलावा देरी के कारण जुर्माना भी लगाया जाएगा।
प्रोजेक्ट की खासियत
200 किमी पानी पाइप लाइन के जरिए मदासर से जोधपुर पहुंचेगा।
1355 करोड़ के कार्यादेश जारी हो चुके हैं।
6 शहर व 2100 से ज्यादा गांव इससे लाभान्वित होंगे।
1534 एमसीएफटी पानी का मदासर में रिजर्वायर होगा।
7 जगह पम्प हाउस का निर्माण किया जा रहा है।
जनता जल योजना पर भी फोकस
केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि जनता जल योजना में हैंडपम्प व अन्य पानी के स्रोतों पर भी काम करना होगा। क्योंकि सिर्फ लिफ्ट केनाल के भरोस नहीं रहा जा सकता। इस पर उन्होंने जेजेवाईएम की समीक्षा भी की। शहरी क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति सप्लाई के बारे में भी जानकारी ली।
Hindi News / Jodhpur / Rajasthan: पश्चिमी राजस्थान के 5 जिलों के 70 लाख लोगों को मिलेगा भरपूर पानी, बस करना होगा इस महीने का इंतजार