स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर सिर्फ एक ही नहीं, बल्कि दर्जनों गड्ढे हैं, लेकिन हीरानार के पास स्थित गड्ढा सबसे खतरनाक साबित हो रहा है। आए दिन यहां वाहन चालकों को हादसों का सामना करना पड़ रहा है। इसके बावजूद सड़क की मरम्मत को लेकर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
पर्यटकों और राहगीरों के लिए बना मुसीबत बारसूर, जो कि दंतेवाड़ा जिले का एक प्रमुख ऐतिहासिक और धार्मिक पर्यटन स्थल है, वहां जाने के लिए गीदम-बारसूर मार्ग ही मुख्य मार्ग है। यहां प्रतिदिन सैकड़ों स्थानीय व बाहरी पर्यटक इसी सड़क से गुजरते हैं, लेकिन खराब सड़क और गहरे गड्ढों की वजह से उन्हें भारी परेशानी उठानी पड़ती है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की इस मार्ग पर नियमित आवाजाही होती है, बावजूद इसके सड़क की मरम्मत को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है।
प्रशासनिक प्रतिक्रिया का अभाव इस मामले में अनुविभागीय अधिकारी, लोक निर्माण विभाग गीदम से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन वे मोबाइल कवरेज से बाहर होने के कारण प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी।
जनता की मांग – जल्द हो मरम्मत राहगीरों और स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि इस जानलेवा गड्ढे सहित पूरे गीदम-बारसूर मार्ग की तत्काल मरम्मत की जाए, ताकि और कोई हादसा न हो और लोगों की जान सुरक्षित रह सके। ग्रामीणों का कहना है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो वे जन आंदोलन करने को मजबूर होंगे।