इधर इस मामले को लेकर पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष उमेश्वर पुजारी और मौजूदा कांग्रेस पार्षद हेमकुमार नाग का कहना है कि जिस गढ़ पार (गढ़ मेड़) में अतिक्रमण किया है उसका ऐतिहासिक महत्व है और यह गढ़ पार कई साल पुराना है । जब गांव के मावली माता के गुड़ी में मेला होता है तब मेला समापन के बाद देवी देवताओं को नगर भ्रमण करवाने के बाद गढ़ पार में लाया जाता है और यह प्रक्रिया कई सालों से चली आ रही है।
इधर ऐतिहासिक धरोहर को नुकसान पहुंचाकर अतिक्रमण करने को लेकर बारसूर के पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष उमेश्वर पुजारी ने सीएमओ नगर पंचायत को ज्ञापन भी दिया है।
कब्जा खाली करवाएंगे
बारसूर तहसीलदार पूनम ठाकुर का कहना है जिस जगह पर
अतिक्रमण किया गया है। वह जगह शासकीय भूमि पर अतिक्रमण किया गया है। दस दिन का समय दिया गया । अतिक्रमण वाले भूमि को खाली करने के लिए अगर दस दिन में खाली नहीं किया जाता है तो शासन खुद अतिक्रमण को हटवाएगी।