दरोगा सतेन्द्र कुमार पर कई गंभीर आरोप हैं। जनसुनवाई के प्रार्थना पत्रों को नजरअंदाज करना, अधिकारियों के निर्देशों पर अमल करने के बजाय बहस करना, और शराब की लत जैसे मामलों में उन्हें दोषी पाया गया। यही नहीं, 5 जुलाई की रात मोहर्रम और ताजिया जुलूस के दौरान ग्राम मीरापुर में ड्यूटी पर तैनात होने के बावजूद सतेन्द्र कुमार नदारद मिले। उन्हें बार-बार फोन किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल तक रिसीव नहीं किया। उसी रात उसी ड्यूटी पर मौजूद हेड कांस्टेबल मोहित कुमार की हालत भी ठीक नहीं थी। जब अधिकारियों ने उनकी मौजूदगी चेक की तो वे नशे में धुत पाए गए। मेडिकल जांच में पुष्टि हुई कि उन्होंने शराब पी रखी थी।
इसी तरह, हेड कांस्टेबल अमित कुमार, जिन्हें 29 जून को महामहिम राष्ट्रपति महोदया की वीवीआईपी ड्यूटी के लिए रामपुर भेजा गया था, वह भी लापता मिले। चेकिंग के दौरान सीओ मिलक, रामपुर ने उन्हें ड्यूटी से गायब पाया। जानकारी है कि अमित कुमार को भी शराब पीने की आदत है।
एसएसपी अनुराग आर्य ने तीनों कर्मियों की लापरवाही और गैर-जिम्मेदाराना रवैये को गंभीरता से लेते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। एसएसपी ने साफ किया कि विभाग की गरिमा से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस में अनुशासन सर्वोपरि है और इसकी अनदेखी करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।