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सीकर

उत्तरी भारत की पहली सैन्य अकादमी पर ताला, 31 करोड़ खर्च फिर भी युवाओं के नहीं पूरे हो रहे सपने

उत्तरी भारती की पहली सैन्य अकादमी में प्रदेश के युवाओं का दा​खिले का सपना दो साल से टूट रहा है।

सीकरJul 13, 2025 / 12:06 pm

Ajay

सीकर.

उत्तरी भारती की पहली सैन्य अकादमी में प्रदेश के युवाओं का दा​खिले का सपना दो साल से टूट रहा है। लगभग 31 करोड़ की लागत से सैन्य अकादमी के तैयार होने के बाद भी सरकार की ओर से महाराव शेखाजी सैन्य अकादमी में प्रवेश प्रक्रिया शुरू नहीं की जा रही है। इस कारण युवाओं को मजबूरी निजी एकेडमी में तैयारी के लिए दा​खिला लेना पड़ रहा है। दरअसल, एकेडमी के लिए स्टाफ, पेयजल समस्या और सम्बद्ध स्कूल का फैसला नहीं होने की वजह से पिछले दो साल से महाराव शेखाजी एकेडमी में दा​खिले की प्रक्रिया अटकी हुई है। लेकिन जिम्मेदारों की ओर से कोई फैसला नहीं लिया जा रहा है। राज्य सरकार ने ​शिक्षा विभाग को इस एकेडमी के संचालन के लिए नोडल एजेंसी बनाया था। गौरतलब है कि दो मार्च 2019 में जीणमाता के पास मोहनुपरा गांव में महाराव शेखाजी सशस्त्र बल प्रशिक्षण अकादमी का शिलान्यास हुआ था। एकेडमी के लिए केन्द्र व राज्य सरकार दोनों ने बजट दिया है।
इन वजहों से सैन्य अकादमी पर ताला….

1. एकेडमी के लिए स्टाफ:

सैन्य अकादमी के लिए स्टाफ लगाने की गाइडलाइन राज्य सरकार स्तर से जारी होनी है। लेकिन अभी तक यह तय नहीं हो सका कि इसमें स्टाफ डेपुटेशन पर लगेगा या नियमित भर्ती होनी है। इस वजह से ​शिक्षा विभाग ने इस प्रोजेक्ट की शुरूआत नहीं की है।
2. पेयजल समस्या:

मोहनपुरा इलाके में पेयजल की काफी समस्या है। यहां पेयजल के क्या इंतजाम होगे इसके लिए भी जिला प्रशासन व ​शिक्षा विभाग की ओर से समाधान नहीं निकाला गया है। इस वजह से एकेडमी के संचालन शुरू नहीं हो पा रहा है।
3. सम्बद्ध स्कूल:

एकेडमी का इलाके के एक सरकारी स्कूल से एमओयू भी होना है। सम्बद्ध स्कूल व यहां प्रवेश लेने वाले विद्या​र्थियों के दा​खिले की गाइडलाइन जारी नहीं होने की वजह से एकेडमी से ताला नहीं खुल पा रहा है। ​शिक्षा विभाग का तर्क है कि अभी तक आरएसआरडीसी ने भवन सुपुर्द भी नहीं किया है।
पत्रिका खास: 12 वीं पास 100 युवाओं को मिलना है दा​खिला

एकेडमी में 12 वीं पास युवाओं को दाखिला मिलना है। यहां दा​खिले के बाद युवा एनडीए व सीडीएस की तैयारी कर सकेंगे। शुरूआत में सैन्य अकादमी में 100 सीटों का आवंटन होगा। इसके बाद सीटों में इजाफा हो सकेगा।
छात्रावास से लेकर तैराकी की सुविधा

एकेडमी में युवाओं को छात्रावास से लेकर तैराकी की सुविधा मिल सकेगी। एकेडमी में कम्प्यूटर लैब, छात्रावास, पुस्तकालय, तरणताल व प्रशिक्षण के लिए खेल मैदान आदि सुविधा क्षेत्र है।
जल्द सुलझाएंगे पेंच: कलक्टर

महाराव शेखाजी सैन्य अकादमी के संचालन में जो दिक्कत आ रही है उनके समाधान की दिशा में लगातार प्रयास किया जा रहा है। जल्द तकनीकी मामलों को सुलझाकर सैन्य अकादमी का संचालन किया जाएगा।
मुकुल शर्मा, जिला कलक्टर, सीकर

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