बेनीवाल ने रैली के बाद अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा की और कई मुद्दों पर सरकार को घेरा। रैली में बेनीवाल ने जनता से एकजुट होकर इन मुद्दों के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया। हनुमान बेनीवाल ने मंच से सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर प्रशासन ने डेढ़ घंटे में हमारी मांगें नहीं मानीं, तो धारा 163 को फाड़ देंगे।
भाजपा नेताओं पर कमीशनखोरी का आरोप
उन्होंने भाजपा नेताओं पर बजरी खनन में कमीशनखोरी का गंभीर आरोप लगाया। बेनीवाल ने दावा किया कि भाजपा के बड़े नेताओं का बजरी में 2 से 10 प्रतिशत तक कमीशन तय है। इसके साथ ही उन्होंने खींवसर विधायक के कारनामों का जिक्र करते हुए कहा कि चोर-लुच्चे मेरे साथ लंबे समय तक नहीं रह सकते। हारे का सहारा हनुमान बेनीवाल है।
नागौर पुलिस अधीक्षक पर भी निशाना
वहीं, पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल ने नागौर के पुलिस अधीक्षक नाराय़ण टोगस पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका दिमाग खराब हो गया है। उन्होंने पाली के पाळूं गांव में नारायण टोगस पर शिक्षक रहते हुए 1996 में गणतंत्र दिवस पर अश्लील गाने चलाने का आरोप लगाया। नारायण बेनीवाल ने दावा किया कि टोगस ने बाद में आरपीएस बनकर इस मामले में राजीनामा कर लिया। वहीं, जिला कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित ने रैली के मद्देनजर धारा 163 के तहत जिला मुख्यालय, सर्किट हाउस से कलेक्ट्रेट, रेलवे तिराहा, कोर्ट परिसर, और एसपी ऑफिस तक निषेधाज्ञा लागू की है। सुरक्षा के लिए नगर परिषद ने पशु प्रदर्शनी स्थल से कलेक्ट्रेट तक सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं।
हनुमान बेनीवाल की प्रमुख मांगें
नागौर में आयोजित जन आक्रोश रैली में मेड़ता व मेड़ता-पुष्कर रेलवे लाइन हेतु अवाप्त की जाने वाली भूमि में किसानों को कम मुआवजा देने तथा भूमि अवाप्ति में मनमाफिक प्रक्रिया अपनाने से उत्पन्न समस्या, जयपुर-नागौर -फलोदी के प्रस्तावित थार एक्सप्रेसवे में हो रहे गलत सर्वे, नागौर जिले की बिगड़ती कानून व्यवस्था, बजरी माफियाओं के आतंक से आमजन में उत्पन भय, JSW, अंबुजा सीमेंट फैक्ट्री, जेके लक्ष्मी सीमेंट कम्पनियों की मनमर्जी तथा सोलर कम्पनियों की मनमर्जी, विभागों में व्याप्त संस्थागत भ्रष्टाचार, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में समय पर उचित क्लेम नहीं मिलने व बीमा कम्पनियों व दलाल-माफियाओं का गठजोड़ और पशु मेलों में पशुपालकों द्वारा विक्रय किए गए पशुओं के परिवहन में आ रही समस्या सहित जनहित के अन्य मुद्दे प्रमुख हैं।