मुंबई पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि रविवार को घटना के समय शिंदे शौच के लिए जाना चाहते थे, लेकिन फ्लैट में मौजूद वॉशरूम में पहले से ही परिवार का कोई सदस्य गया हुआ था। इस वजह से मजबूरन शिंदे इमारत के उस हिस्से में चले गए जहां लिफ्ट का काम चल रहा था। पुलिस के अनुसार, उन्होंने लिफ्ट के गड्ढे के पास शौच किया और जब उठने की कोशिश कर रहे थे, तभी संतुलन बिगड़ने से वे सीधे 18वीं मंजिल से लिफ्ट की शाफ्ट में जा गिरे।
घटना की सूचना मिलते ही मुंबई पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और उन्हें बाहर निकाला गया। उन्हें तुरंत परेल के केईएम अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इस संबंध में आरएके मार्ग पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि परिजनों ने किसी भी तरह की साजिश की आशंका से इनकार किया है। इस वजह से मामले में दुर्घटनावश मृत्यु की रिपोर्ट दर्ज की गई है।
यह घटना न केवल चौंकाने वाली है बल्कि यह भी दिखाती है कि निर्माणाधीन या अधूरी सुविधाओं की सुरक्षा व्यवस्था कितनी अहम है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि निर्माणाधीन क्षेत्र तक पीड़ित कैसे पहुंचा और किसकी लापरवाही से यह जानलेवा हादसा हुआ। पुलिस हर एंगल से मामले की आगे की जांच कर रही है।