सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में कुछ ऑटो ड्राइवर कैब ड्राइवर से गाली-गलौज करते हुए मराठी में बात करने का दबाव बनाते दिख रहे हैं। मुंबई के मानखुर्द इलाके के रहने वाले पीड़ित ड्राइवर मोहम्मद हबीब शेख ने बताया वह 12 जुलाई को गोरेगांव से सवारी लेकर उरण गए थे। वापसी में वाशी के लिए उन्हें बुकिंग मिली, जिसके बाद उन्होंने उस सवारी को अपनी कैब में बैठा लिया। लेकिन अचानक कुछ ऑटो वालों ने उनका रास्ता रोक लिया और भाड़ा कैंसिल करने का दबाव बनाने लगे। वह कह रहे थे कि यहां से कोई कैब वाला सवारी नहीं बैठा सकता। जब हबीब ने बताया कि उन्हें कंपनी ने यह भाड़ा दिया है तो आरोपी धमकी देने लगे और मारपीट पर उतारू हो गए। उन्होंने मराठी बोलने के लिए बुजुर्ग चालक पर हाथ तक उठाया।
पुलिस बोली- एक्शन लेंगे
आरोपियों को आक्रामक होता देख हबीब को मजबूरन उस यात्री को बीच में ही उतारना पड़ा। पीड़ित का आरोप है कि जब उसने इसकी शिकायत पुलिस से की, तो उन्होंने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। हालांकि मामला मीडिया में आने के बाद अब पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे भाषा के नाम पर की जा रही हिंसा को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। लोग दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
विरार में उत्तर भारतीय से मारपीट, मामला दर्ज
इससे पहले पालघर जिले के विरार में 12 जुलाई को एक उत्तर भारतीय ऑटो चालक के साथ कथित रूप से मराठी न बोलने पर मनसे और शिवसेना (उद्धव गुट) के कार्यकर्ताओं ने मारपीट की। इस मामले में शिवसेना (यूबीटी) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के पदाधिकारियों समेत 20 लोगों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में देखा जा सकता है कि यूपी के रहने वाले ऑटोरिक्शा चालक राजू पटवा को विरार रेलवे स्टेशन के पास सरेआम कुछ लोग थप्पड़ मार रहे है और उनसे माफी मंगवा रहें हैं। मारपीट करने वालों में महिलाएं भी शामिल हैं।