हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस हरकत में
जैसे ही स्थानीय लोगों ने बच्चे की मौत की सूचना पुलिस को दी, थाना कैसरबाग की टीम तत्परता से मौके पर पहुँची। पुलिस ने तुरंत अपार्टमेंट परिसर को घेर लिया और उस समय वहां मौजूद सभी लोगों को हिरासत में ले लिया गया। साथ ही, फॉरेंसिक टीम और क्राइम ब्रांच को भी मौके पर बुलाया गया ताकि वैज्ञानिक ढंग से साक्ष्य एकत्रित किए जा सकें। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मृतक नाबालिग का शव कमरे में संदिग्ध अवस्था में पड़ा मिला। शव पर किसी प्रकार के संघर्ष के निशान या चोट के गहरे घाव नहीं दिखे हैं, लेकिन परिस्थितियाँ सामान्य नहीं हैं।माता-पिता को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि मृतक बच्चे के माता-पिता को ही पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। हालांकि अभी तक कोई औपचारिक आरोप दर्ज नहीं किया गया है, लेकिन प्राथमिक जांच में माता-पिता के बयानों में कई विरोधाभास सामने आए हैं। पुलिस अधिकारी का कहना है कि, “जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक साक्ष्य नहीं मिल जाते, हम कोई ठोस निष्कर्ष नहीं दे सकते, लेकिन फिलहाल मामला संदिग्ध लग रहा है।”
फॉरेंसिक टीम जुटी सबूतों की जांच में
घटना स्थल पर फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम ने घंटों तक बारीकी से साक्ष्य एकत्र किए। टीम ने बच्चे के कमरे से बिस्तर, कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और दीवारों पर मिले संभावित निशानों के नमूने लिए हैं। इसके साथ ही पुलिस ने अपार्टमेंट की CCTV फुटेज को भी कब्जे में ले लिया है, ताकि पता चल सके कि घटना के समय कौन-कौन वहां मौजूद था और अपार्टमेंट में किसका आना-जाना हुआ।मृतक की पहचान
मृतक बच्चे की उम्र लगभग 7 वर्ष बताई जा रही है। वह उसी अपार्टमेंट में अपने माता-पिता के साथ रहता था। परिवार पिछले कुछ वर्षों से लखनऊ में रह रहा था और स्थानीय लोगों के अनुसार, उनका किसी से कोई खुला विवाद नहीं था।हालांकि, अपार्टमेंट में रहने वाले कुछ निवासियों ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से परिवार के भीतर तनाव की स्थिति बनी हुई थी। कई बार बच्चे के रोने और झगड़े की आवाजें सुनाई दी थीं, लेकिन किसी ने हस्तक्षेप नहीं किया।
इलाके में दहशत और तनाव का माहौल
घटना के बाद खंदारी बाजार क्षेत्र और आस-पास के इलाकों में तनाव और भय का माहौल है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह इलाका शांत और सुरक्षित माना जाता था, लेकिन इस घटना ने सबको चौंका दिया है। एक स्थानीय निवासी ने बताया, “हमने कभी सोचा नहीं था कि हमारे ही अपार्टमेंट में ऐसी घटना हो सकती है। बच्चे की मौत ने सभी को स्तब्ध कर दिया है।”पुलिस ने बढ़ाई सतर्कता, अफवाहों से बचने की अपील
घटना के बाद पुलिस ने पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और अपील की है कि लोग अफवाहों पर ध्यान न दें। पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि, “हम घटना की हर एंगल से जांच कर रहे हैं। यह अत्यंत संवेदनशील मामला है और इसमें जल्दबाजी में कोई निष्कर्ष निकालना ठीक नहीं होगा।”पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
फिलहाल बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट के आधार पर यह तय किया जाएगा कि मौत का कारण दम घुटना, ज़हर, बाहरी चोट या अन्य कोई कारण था। रिपोर्ट आने में 24 से 48 घंटे लग सकते हैं। इसके बाद ही पुलिस हत्या, आत्महत्या या हादसे की पुष्टि कर सकेगी।यदि कोई गवाह सामने आता है या डिजिटल सबूत मिलते हैं, तो मामले में FIR दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। यह मामला एक बार फिर से परिवारों के भीतर हो रही मानसिक और भावनात्मक समस्याओं को उजागर करता है। एक मासूम की संदिग्ध मौत ने न सिर्फ पुलिस प्रशासन बल्कि समाज को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है।