जबलपुर के मढ़ई में मस्जिद के निर्माण पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा। लगातार शिकायतों के बाद जिला प्रशासन ने जांच कराई, फिर भी मामला सुलझ नहीं रहा। हिन्दूवादी संगठनों ने सोमवार को निर्माणाधीन स्थल पर प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए वाटर कैनन तक का इस्तेमाल करना पड़ा।
मढ़ई में हालात को देखते हुए बडी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। रांझी एसडीएम ऋषभ जैन भी वहां पहुंचे। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने मढई से सरस्वती स्कूल और बस स्टैंड तक अर्थी जुलूस निकाला। जबलपुर विभाग के अंतर्गत सभी 41 प्रखंडों में प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि कलेक्टर को नहीं हटाया गया, तो फिर 16 जुलाई को जबलपुर महानगर को बंद कराया जाएगा। हिन्दू संगठनों ने आरोप लगाया कि गायत्री बाल मंदिर की जमीन पर अवैध रूप से मस्जिद का निर्माण किया गया है। इसकी पुष्टि नायब तहसीलदार की 29 अक्टूबर 2021 की रिपोर्ट में स्पष्ट है।
विश्व हिंदू परिषद के विभाग प्रमुख सुमित कुमार ने बताया कि वरिष्ठ नेताओं की वरिष्ठ अधिकारियों से बात हुई है। उन्होंने बताया कि संबंधित एसडीएम को हटा दिया गया है। इसके साथ ही आश्वासन दिया है कि मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की जाएगी और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई होगी।
कलेक्टर के ऑफिशियल अकाउंट से डाली पोस्ट
12 जुलाई को जबलपुर कलेक्टर के ऑफिशियल अकाउंट से डाली गई एक पोस्ट में लिखा था कि जांच में विवादित स्थान पर मंदिर होने या मंदिर की जमीन पर मस्जिद बनने जैसा कोई प्रमाण नहीं पाया गया है। पोस्ट को कुछ ही घंटों में डिलीट भी कर दिया गया लेकिन हिंदूवादी संगठनों के पास तक यह सूचना पहुंच चुकी थी। ऐसे में वे उग्र हो उठे और जोरदार प्रदर्शन किया। जिला प्रशासन ने रांझी के एसडीएम रघुवीर सिंह मरावी को हटा दिया। उनके स्थान पर ऋषभ जैन को नया एसडीएम बनाया। नवनियुक्ति एसडीएम जैन ने बताया कि पोस्ट कलेक्टर के संज्ञान में लाए बिना शेयर की गई थी।