वहीं, संतनगर से बाड़ी लौट रहा 45 वर्षीय व्यक्ति जाकिर भी पुलिया (रपट) पार करते समय बह गया। जबकि कौलारी थाना क्षेत्र में सोमवार को स्कूल से लौटते समय एक 14 वर्षीय बालक आयुष उफन रहे नाले में बह गया। चलाए रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद शाम को बाड़ी निधारा वाली रपट पर पहुंचे ग्रामीण, यहां पर युवती बही। बालक को बाहर निकालते हुए बाद में मृत घोषित कर दिया।
इससे पहले रविवार शाम से बारिश का दौर जारी रहने से क्षेत्र में 4 इंच बारिश रिकॉर्ड हुई, जिससे कई इलाकों में पानी भर गया और आवागमन प्रभावित हुआ। उधर, जिला कलेक्टर श्रीनिधि बीटी ने पानी बहाव वाले स्थानों पर लोगों के जाने पर रोक लगाई है। पुलिस को रपट वाली जगह नाकाबंदी करने के निर्देश दिए हैं, जिससे पानी में होकर आवाजाही रोकी जा सके।
बाड़ी उपखंड में पहला हादसा
जानकारी के मुताबिक, बाड़ी उपखंड में पहला हादसा क्षेत्र के निधारा गांव में हुआ। जहां सोमवार दोपहर 12 बजे गांव के योगेंद्र गुर्जर की बेटी अंतेश गुर्जर (19) निवासी निकलने की कोशिश कर रही थी। इसी दौरान पैर फिसल गई और बहाव के साथ बामनी नदी में बह गई। घटना की सूचना के बाद मौके पर ग्रामीण जमा हो गए और युवती की तलाश शुरू की।
सूचना पर तहसीलदार उत्तम चंद्र बंसल और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची, जहां रेस्क्यू ऑपरेशन किया। दूसरा हादसा बाड़ी के पास उमरेह रोड पर बामनी नदी की रपट पर हुआ। जहां बाड़ी के कसाई पाड़ा निवासी जाकिर लोहार (45) संत नगर आश्रम से अपने घर लौट रहा था। इस दौरान पुलिया पार करने के दौरान उसका पैर गड्ढे में चला गया और वह नदी के बहाव में बह गया, जिसकी तलाश भी जारी है। वहीं, एक और व्यक्ति के पानी में बहने की खबर आई है।
1.50 लाख क्यूसेक पानी चंबल नदी में छोड़ा
उधर, कोटा बैराज से सोमवार को 1.50 लाख क्यूसेक पानी चंबल नदी में छोड़ा गया है। सूचना मिलने के बाद स्थानीय प्रशासन सतर्क हो गया और चंबल नदी से लगे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को सतर्क किया गया है। सोमवार सुबह 8 बजे चंबल नदी पुल के नीचे जलस्तर 123.10 गेज (मीटर) चल रहा था। नदी में 129.79 मीटर चेतावनी और 130.79 मीटर तक जलस्तर होने पर खतरे का निशान हैं। मंगलवार सुबह तक जलस्तर बढ़ सकता है।
उधर, शाम को नरे का पुरा के पास एक व्यक्ति का शव मिल गया। सूचना पर एसडीएम भगवत शरण त्यागी, सीओ महेन्द्र कुमार, सदर थाना अधिकारी विनोद कुमार मौके पर पहुंच गए और जानकारी ली।
कई रास्ते हुए अवरुद्ध, कॉलोनियों में घुसा पानी
संतनगर होकर उमरेह गांव जाने वाला रास्ता बंद कर दिया गया। वहीं, गुहेरा नाले में तेज बहाव से लाहोरिया पूरा और बिजली घर का रास्ता भी अवरुद्ध हो गया है, जिसके चलते आसपास की कई कॉलोनियों में पानी भर गया। घरों में पानी आने से लोगों को घरों से बाहर निकलने में भी परेशानियां हो रही हैं।
स्कूल से लौटते समय नाले में डूबने से 14 वर्षीय बालक की मौत
सैपऊ क्षेत्र के कौलारी थाना क्षेत्र में सोमवार को एक हृदय विदारक घटना सामने आई। स्कूल से लौटते समय कक्षा सातवीं का 14 वर्षीय छात्र आयुष पुत्र सुशील गांव नरीपुरा के पास उफनते नाले को पार करने के प्रयास में पानी में बह गया। सूचना पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। कई घंटे की तलाश के बाद छात्र शव शाम को नदी से मिला, जिसे बसई नवाब अस्पताल की मोर्चरी रखवाया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, लगातार बारिश के चलते नाले में जलस्तर बढ़ गया था और उस पर पानी की मोटी चादर बह रही थी। छात्र आयुष को अंदाजा नहीं था, निकलते समय उसका संतुलन बिगड़ गया और वह पानी में बह गया। हादसा देख आसपास मौजूद लोगों ने शोर मचाया और आयुष को बचाने की कोशिश की। तेज बहाव से प्रयास विफल रहे। ग्रामीणों ने कौलारी थाना पुलिस को दी।
सूचना पर प्रभारी हरेंद्र सिंह मय जाब्ते मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। थाना प्रभारी व एएसआई योगेश तिवारी ने स्थानीय लोगों के साथ नाले में कूद कर तलाश शुरू की। लेकिन बहाव तेज होने से सफलता नहीं मिली। सूचना पर पहुंची एसडीआरएफ टीम ने पुलिस जवानों के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, जिसके बाद किशोर का शव नाले से बाहर निकला जा सका। अचानक हुई घटना से परिजनों को रो-रोक कर बुरा हाल है।