धौलपुर.यातायात विभाग की निष्क्रियता का ही परिणाम है कि शहर की यातायात व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही। शहर के संकरे बाजारों में घुसकर बड़े वाहन जहां जाम लगा रहे हैं तो ओवरलोड वाहन लोगों को मौत बांट रहे हैं। गत दिनों बाड़ी रोड पर ओवरलोड वाहन से दो बाइक सवारों की मौत के बाद भी विभाग की आंखें अभी तक नहीं खुली हैं।
शहर की सडक़ों पर फर्राटा मारते ओवर लोड वाहन ट्रक, ट्रेक्टर ट्रॉली, बस जैसे वाहन नागरिकों के लिए आफत बने हुए हैं। यह ओवरलोड वाहन जिस तरह से सडक़ों पर दौड़ रहे हैं उससे साफ पता चलता है कि विभाग पूरी तरह से सक्रिय नहीं है। नियम है कि कोई भी भार वाहक वाहन में क्षमता से अधिक भार नहीं लादा जाए, लेकिन इस नियम का शहर में पालन नहीं हो रहा है। चालक पिकअप, ट्रक में तिरपाल लगाकार चाहे कैसा भी सामान हो वह कई फीट ऊपर तक भरते हैं और सडक़ों पर फर्राटा भरते हैं।
ट्रक संचालक भाड़ा बचाने के चक्कर में ट्रक की क्षमता से दो गुना माल ट्रकों में भर रहे हैं। यानी जिस ट्रक की क्षमता 25 से 30 टन है उसमें 50 से 60 टन माल भरा जा रहा है। ऐसे ओवलोड वाहनों से छोटे वाहन चालक और राहगीरों के सामने हादसे का डर बना रहता है, जबकि विभाग बाइक चालकों पर हेलमेट की कार्रवाई में ही मशगूल रहता है।
चौकी के सामने से निकले हैं ओवरलोड वाहन शहर के सबसे व्यस्ततम चौराहा गुलाब बाग चौराहा से हजारों वाहन गुजरते हैं। जिनमें ओवरलोड वाहन भी शामिल होते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इसी चौराहे पर यातायात विभाग का चेकिंग प्वाइंट भी स्थित है। जिसमें विभाग के अधीनस्थों से लेकर कर्ता धर्ता तक बैठते हैं, लेकिन फिर भी अभी तक इन ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई नहीं की जा सकी। यही कारण है कि यह वाहन बेरोकटोक सडक़ों पर फर्राटा मार रहे हैं।
संकरे बाजारों में लगाते हैं वाहन जाम शहर के मुख्य बाजारों के रास्ते पहले से ही संकरे हैं जिस कारण इन मार्गों से निकलना तक दूभर हो जाता है। ऊपर से बड़े वाहन नो एंट्री में भी एंट्री कर जाम के हालात पैदा कर रहे हैं। संतर रोड, मण्डी चौराहा, लाल बाजार, हरदेव नगर में आए दिन जाम को देख सकते हैं, लेकिन उसके बाद भी यातायात विभाग ने अभी तक कोई योजना तक नहीं बनाई जिस पर बेहतर कार्य किया जा सके। लोगों का कहना है कि विभाग ऐसे वाहन चालकों पर सख्त कार्रवाई कर चालान काटे तो जरूर यह हालात बदल सकते हैं।
क्षमता से अधिक बैठाते हैं सवारी ओवरलोड वाहनों से आए दिन कहीं न कहीं हादसे होते हैं, लेकिन फिर भी इनपर कोई अंकुश नहीं लग पा रहा है। कई वाहन दिनभर सडक़ों पर क्षमता से अधिक यात्रियों को बैठाकर फर्राटे भर रहे हैं। जिनमें ट्रैक्टर, पिकअप, मेटाडोर, ट्रक आदि वाहन भी ओवरलोडिंग कर सडक़ों पर दौड़ते देखे जा सकते हैं। इसके अलावा स्कूली बच्चों को लाने और ले जाने वाले वाहनों भी अत्यधिक बच्चों को बैठा लिया जाता है। बावजूद इसके न तो परिवहन विभाग सक्रिय दिख रहा है न ही पुलिस।
आंखों के सामने ही डग्गेमारी गुलाब बाग चौराहा से ग्वालियर-मुरैना, बाड़ी-बसेड़ी, आगरा के लिए डग्गेमार वाहन जिनमें ऑटो, जीप, मैजिक संचालक क्षमता से अधिक सवारियों को भर रहे हैं। और यह सब यातायात विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के सामने हो रहा है। लेकिन फिर भी यातायात विभाग सब देखकर भी अनजान बना हुआ है। डग्गेमार वाहनों में ठूंस-ठूंस कर सावारियां भरने से जहां वाहन में बैठी सवारियों की जान को खतरा रहता है तो अन्य वाहन या राहगीरों को भी बड़े हादसे का डर सताता है।
ओवर लोड वाहने पर हम कार्रवाई करते हैं। पिछले माह ही 25 से 30 वाहन चालकों पर कार्रवाई की गई थी। आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी। ओवरलोड ट्रकों पर कार्रवाई परिवहन विभाग करता है।
-आाशुतोष चारण, यातायात प्रभारी धौलपुर