अस्पताल प्रबंधन अपनी गलतियों को छुपाने के लिए मृतक को जल्दबाजी में रेफर कर दिया। वहीं विगत 02 दिनों से उपचार की ओपीडी पर्ची को छुपाने का प्रयास करते रहे, मीडिया के पहुंचने के बाद पर्ची को दी गई। जिसके चलते अस्पताल संदेह के दायरे में आता है।
जानें पूरा मामला
घटना 17 जून की बताई जा रही है भांसी निवासी राजू यादव,उम्र लगभग 45 से 50 वर्ष को कार्य करने के दौरान स्वयं ने काट लिया था परिजनों ने तत्काल बचेली के एनएमडीसी अपोलो अस्पताल में उपचार कराया जिसके बाद चिकित्सको के द्वारा निर्धारित की गई 04 एंटी रेबिज वैक्सीन में से 3 लगवा ली थी आखरी वैक्सीन से पहले गुरुवार को राजू की तबियत घर मे बिगड़ गई और उसे दौरे पड़ने लगे जिसके चलते परिजनों ने उसे फिर से बचेली के अस्पताल लाये पर यहां से तुरंत मेडिकल कॉलेज डिमरापाल रेफर कर दिया गया। वहां भी कोई राहत मिलते हुए परिजनों को नज़र नही आया जिसके चलते शनिवार को मरीज को वापस बचेली अपोलो अस्पताल में भर्ती करा दिया गया यहां राविवार को उसकी मौत हो गई।
डोज लगाया गया था
इतने बड़े अस्पताल में रेबिश की सही दवाई तक नही, 03 डोज लगाने के बाद भी मृत्यु हुई, ओपीडी पर्ची में जो दवाई दी गई थी उसमें कोई गड़बड़ी हुई होगी जिसके चलते ही अस्पताल प्रबंधन पर्ची को छुपा रहा है। हम न्याय के लिए कानून की मदद लेंगे। – सुमित्रा यादव (मृतक राजू की पुत्री
नियमानुसार मदद करेंगे
राजू यादव की मौत बेदह दु:खद है परिजनों के प्रति हमारी संवेदना है हम सभी मरीजो का हर संभव उपचार करते है परिजनों द्वारा ओपीडी पर्ची की मांग की गई थी जिसे हमने उन्हें दे दिया है। दुखी परिवार की नियमानुसार जो भी मदद होगी हम करेंगे। – डॉ श्यामली रॉय, (चिकित्सक प्रशासक, एनएमडीसी अपोलो सेंट्रल हॉस्पिटल