गोंडा जिले के कोतवाली देहात क्षेत्र के सालपुर चौकी अंतर्गत टिकरिया गांव की है। यहां के रहने वाले गोविंदा का 13 वर्षीय बेटा विशाल शनिवार दोपहर से लापता था। परिजनों ने हर जगह उसकी तलाश की। लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला। तो वह सालपुर पुलिस चौकी पहुंचे। अपहरण की आशंका जताते हुए तहरीर दी। परिजनों का आरोप है कि चौकी इंचार्ज ने उन्हें टालते हुए कहा कि गांव आकर जांच करेंगे। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
पिता बोले- बेटा गवाही न दे पाए इसलिए कर दी गई हत्या
मृतक के पिता गोविंदा ने बताया कि विशाल तीन साल पहले गांव के मुकेश और उसके भाइयों द्वारा मारपीट का शिकार हुआ था। जिस मामले में धारा 308 के तहत मुकदमा चल रहा है। इस केस में 17 जुलाई को विशाल की गवाही होनी थी। गवाही से रोकने के लिए ही आरोपियों ने उसे अगवा कर लिया और निर्ममता से हत्या कर दी। शव मिलने पर उसके शरीर पर गंभीर चोटों के निशान थे। पैर मुड़ा हुआ था। चेहरे पर किसी तेजाब जैसी चीज डाली गई थी। जिससे मामला और भी भयावह हो गया। कोतवाली प्रभारी संजय सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। परिजनों से तहरीर मिलने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल गांव में सनसनी फैल गई है। परिजन इंसाफ की मांग कर रहे हैं।
अपर पुलिस अधीक्षक बोले- घटना की जांच पड़ताल की जा रही
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सोमवार को कोतवाली देहात पुलिस को सूचना मिली कि टिकरिया गांव में गन्ने के खेत में एक किशोर का शव मिला है। इस सूचना पर स्थानीय पुलिस तथा पुलिस के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया। फील्ड यूनिट ने भी जांच पड़ताल किया। इसके बाद शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। परिजनों ने बताया कि बालक तीन दिन से गायब था। इस प्रकरण में अग्रिम विधि कार्रवाई की जा रही है।