इससे बच्चों को स्कूल जाने के लिए या तो सड़क के ऊपर होकर जाना पड़ता है। या फिर घर पर ही रहना पड़ता है। इस ढाणी में अंडरपास के अलावा आने-जाने का और कोई वैकल्पिक रास्ता नहीं है। अंडरपास के दूसरी तरफ ही श्मशान घाट है। प्रशासन की ओर से अंडरपास में जलभराव की समस्या का स्थाई समाधान करना चाहिए। जिससे लोगों को राहत मिल सके।
प्रशासन को कई बार अवगत कराने के बावजूद कोई समाधान नहीं
सतीश सोमाड़ा ने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर बने अंडरपास की वजह से बारिश के दिनों में ग्रामीणों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है। प्रशासन को कई बार अवगत कराने के बावजूद कोई समाधान नहीं हुआ है। ऐसे में समस्या का स्थाई समाधान निकालना चाहिए।
ढाणी में पानी के टैंकर भी नहीं आ पा रहे
वार्ड पंच विमल बैरवा ने बताया कि अंडरपास में पानी भरने के कारण ढाणी में पानी का टैंकर नहीं पहुंच पा रहा है, वहीं किसी के बीमार होने या अन्य कारणों से साधन ढाणी में नहीं जा पा रहा है। इससे ग्रामीणों में भी आक्रोश है।
पानी भरने से आवागमन बाधित
ग्रामीण चिरंजीलाल बैरवा ने बताया कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर अंडरपास का निर्माण हुआ है। तब से हम लोगों के सामने एक नई समस्या खड़ी हो गई। बारिश के दिनों में अण्डरपास में पानी भरने से आवागमन बाधित हो जाता है।