जानकारी के अनुसार तीरथ ग्राम सेवा सहकारी समिति में डीएपी व यूरिया खाद मिल रहा है। वही दो डीएपी के साथ एक नैनो की बोतल किसानों को जबरदस्ती लेने को मजबूर किया जा रहा है। नेनो की बोतल नहीं लेने पर किसानों को डीएपी खाद नहीं मिल रहा है। तीरथ गांव निवासी किसान ब्रह्मानंद मीणा, रामजीवन मीणा, मस्तराम मीणा, बनवारी मीणा, छोटू लाल मीणा ने बताया तीरथ ग्राम सहकारी समिति में किसानों को दो डीएपी डीएपी कट्टे के साथ में नैनो की एक बोतल जबरदस्ती दी जा रही है।
जबकि किसानों को नैनों खाद की बोतल की कोई आवश्यकता नहीं है। और इसका उपयोग के बारे में हमें कोई जानकारी नहीं है यह नैनो की बोतल हमारे किसी काम की नहीं है जबकि हमारे द्वारा 600 रुपए खर्च किए जा रहे हैं प्रशासन से सहकारी के द्वारा दी जा रही नैनो बोतल को बंद करने की मांग की है ।
इनका कहना है
तीरथ ग्राम सेवा सहकारी समिति में डीएपी के 400 कट्टे आए थे जिसमें अटैचमेंट के साथ डेढ़ सौ बोतल नैनो खाद की साथ आई थी। हमारे द्वारा दो कट्टों के साथ में एक नैनो की बोतल किसानों को दी जा रही है। और नैनो खाद के बारे में किसानों को समझाया जा रहा है हम भी क्या करें खाद के साथ कंपनी की तरफ से ही नैनो की बोतल अटैचमेंट में आ रही है।
मुरारी लाल मीणा, ग्राम सेवा सहकारी समिति व्यवस्थापक, तीरथ
किसानों को समझने की आवश्यकता है नैनो यूरिया और नैनो डीएपी की बोतल भी खाद की तरह ही कार्य करती है। क्योंकि इनमें नाइट्रोजन वह फास्फोरस की पर्याप्त मात्रा होती है। किसानों को समझाकर ही नैनों की बोतल दी जा सकती हैं किसानों के साथ दुकानदारों को जबरदस्ती नहीं करना चाहिए समझ कर उन्हें यह खाद दिया जा सकता है यह डीएपी व यूरिया खाद का अल्टरनेटिव है।
कौशल कुमार, संयुक्त निदेशक, कृषि विस्तार अधिकारी बूंदी