घटना की जानकारी के अनुसार, आयुष कुमार गुप्ता (निवासी: आचार्य रामचंद्र शुक्ला नगर, भुजौली, देवरिया) रविवार सुबह करीब 10:10 बजे बाराबंकी के दरियाबाद क्षेत्र निवासी अरोमा के साथ गौरी शंकर पैलेस होमस्टे पहुंचे थे। उन्होंने कमरा नंबर 103 बुक किया था। दोपहर 12:30 बजे तक आयुष को कमरे के बाहर देखा गया, इसके बाद दरवाजा बंद हो गया।
शाम पांच बजे वेटर द्वारा चाय देने के दौरान दरवाजा नहीं खुला तो होमस्टे प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी। कोतवाली अयोध्या पुलिस सीओ आशुतोष तिवारी के नेतृत्व में मौके पर पहुंची। शिक्षक नेता विश्वनाथ सिंह के माध्यम से परिजनों से संपर्क कर वीडियोग्राफी के बीच दरवाजा खोला गया।
कमरे में दोनों के शव खून से सने पड़े थे। आयुष का शव बेड पर दक्षिण दिशा में और अरोमा का शव पश्चिमी दीवार की ओर था। दोनों के सिर में बेहद नजदीक से गोली मारी गई थी। मौके से एक पिस्टल और दो कारतूस बरामद हुए। प्रारंभिक जांच में पुलिस को यह आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है।
अरोमा की पहचान बसपा जिलाध्यक्ष केके रावत की पुत्री के रूप में हुई है। वह अयोध्या में नर्सिंग की छात्रा थी और दो जुलाई को घर से निकली थी। उसकी शिनाख्त उसके मामा धीरेंद्र कुमार (हेड कांस्टेबल, हरदोई) ने की।
एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी ने बताया कि कमरा अंदर से बंद था, जिससे किसी तीसरे व्यक्ति की भूमिका की संभावना नहीं है। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्र किए हैं। दोनों शवों का पोस्टमार्टम चिकित्सकों के पैनल से कराया जाएगा। पुलिस ने वीडियोग्राफी और स्वतंत्र गवाहों के बयान दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।