दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 50 दिनों के अंदर यूक्रेन से युद्ध समाप्त नहीं करते हैं तो वे रूस पर 100 प्रतिशत की ‘सेकंडरी टैरिफ’ लगा देंगे।
इस बयान के बाद अब सीनेटर लिंडसे ग्राहम और रिचर्ड ब्लूमेंथल ने भारत सहित अन्य देशों को भी चेतावनी दे डाली। उन्होंने कहा कि यदि वे रूस के साथ व्यापार जारी रखेंगे तो उन पर आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाएंगे।
तेल और गैस खरीदकर रूस का सपोर्ट करने की बात
रिचर्ड ब्लूमेंथल ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि भारत, चीन, ब्राजील और अन्य देशों पर और भी कड़े दंड लगाए जाएंगे। इसका उद्देश्य पुतिन की युद्ध मशीन को बढ़ावा देने से रोकना है। कांग्रेस (संसद) का यह कदम समर्थन का एक शक्तिशाली संदेश देगा। ग्राहम और ब्लूमेंथल की मानें तो चीन, भारत, ब्राजील और अन्य देश रूस से सस्ते तेल और गैस खरीदकर पुतिन की युद्ध मशीन को सहारा दे रहे हैं। ऐसे में उन्होंने रूस की मदद करने वाले किसी भी देश पर 500 प्रतिशत तक का टैरिफ लगाने का आह्वान किया है।
विदेश मंत्री जयशंकर का बयान
वहीं, इस महीने की शुरुआत में, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि भारतीय दूतावास और राजदूत रूस संबंधी विधेयक के संबंध में सीनेटर ग्राहम के संपर्क में हैं और अगर 500 प्रतिशत तक टैरिफ लगाने पर जोर दिया जाता है तो भारत को इससे तुरंत निपटना होगा। बता दें कि यूक्रेन को लेकर अमेरिका और रूस के बीच तनातनी तेज हो गई है। ट्रंप की धमकी के बाद रूस भी एक्टिव हो गया है। एक दिन पहले रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने उत्तर कोरिया के सबसे बड़े नेता किम जोंग उन से मुलाकात की थी।
इस मुलाकात के दौरान किम ने खुलकर यह कह दिया था कि उत्तर कोरिया हर तरह से रूस के खड़ा है। हाल ही में एक रिपोर्ट भी सामने आई थी, जिसमें यह बताया गया था कि उत्तर कोरिया अपने कुछ और सैनिकों को रूस का साथ देने के लिए यूक्रेन भेजेगा।