राहतगढ़ के पाराशरी गांव निवासी शिवानी कुर्मी की शादी सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के मडख़ेड़ा में सतीश कुर्मी के साथ हुई थी। महिला अपने पति व बच्चों के भोपाल में रहती थी। पति सतीश ने पुलिस को बताया कि रविवार को जब वह काम से वापस आया तो घर पर पत्नी और बच्चे नहीं थे, उसने रिश्तेदारों व परिचितों से पत्नी-बच्चों के बारे में जानकारी ली लेकिन उसका कहीं कुछ पता नहीं चला।
पिता ने बताया 3 माह का आरव और 3 वर्ष का कृष्णा भी लापता
सतीश ने बताया कि पत्नी के भाई छोटू कुर्मी ने फोन पर बताया कि बावना नदी के पुल के नीचे पानी में शिवानी का शव मिला है। ग्रामीणों व गोताखोर की मदद से शव को बाहर निकल लिया गया था। सतीश ने जब बताया कि उसका 3 वर्षीय बेटा कृष्णा और 3 माह के आरव का भी कोई पता नहीं है तो पुलिस के होश उड़ गए। एसडीआरएफ व राहतगढ़ पुलिस ने सोमवार को नदी में खिरिया नाले तक तलाश की लेकिन बच्चों का कहीं कोई पता नहीं चला।
ढाबा संचालक का बयान अनहोनी की ओर इशारा
बावना गांव के पास ढाबा अनिल राय ने परिजन को बताया है कि महिला रविवार को करीब 5.30 बजे शक्ति बस से बच्चों के साथ यहां उतरी थी। कुछ देर बाद जब महिला पुल के पास नहीं दिखी तो मैंने जाकर देखा तो मौके पर चप्पल, बैग सहित अन्य सामान पुल के किनारे पड़ा था, जिसकी सूचना पुलिस को दी थी। हालांकि परिजन और ग्रामीण बच्चों के सकुशल होने की प्रार्थना कर रहे हैं।
बच्चों की कुशलता की कामना कर रहे ग्रामीण
यह परिवार पिछले 10 साल से भोपाल में रह रहा था। इस घटना से महिला के मायके व ससुराल पक्ष के गांव में मातम का माहौल बना हुआ है। लोग बच्चों के सकुशल मिलने की उम्मीद कर रहे हैं। भोपाल से लेकर राहतगढ़ तक की पुलिस बच्चों की खोजबीन में लगी है।