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यहां शिक्षक मिले गैरहाजिर
एडीपीसी अभय जैन व सहायक संचालक राजेश अग्रहरि ने इपीएस हाइस्कूल करहिया का निरीक्षण किया जहां पर पाया कि कक्षा वीं में 55 में से 18 व कक्षा 10वीं में 20 बच्चों में से सिर्फ एक बच्चा मिला। वहीं एक शिक्षक नदारद रहे। विद्यालय में सभी कक्ष गंदे मिले। मरम्मत की राशि जारी करने के बाद भी छत से पानी टपक रहा है। कक्षा 10वीं के बच्चे का अध्यापन भी नहीं पाया गया। प्राथमिक माध्यमिक में 75 बच्चों में से सिर्फ 19 बच्चे ही मिले। शिक्षकों द्वारा दैनंदनी भी नहीं बनाई गई। आइसीटी कक्ष नहीं बनाया गया। शिक्षकों व स्टॉन ने जून माह में कोई कार्य नहीं किया। नि:शुल्क पाठ्यपुस्तकों का लेखा तैयार नहीं किया गया। लाइट, पंखे, पेयजल, प्रसाधन के लिए मिली राशि का उपयाग नहीं किया गया।
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यहां भी मिलीं खामियां
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कन्या उमा विद्यालय बरही की भी जांच की। जांच में पाया कि 2 में से एक शिक्षिका भारती मिश्रा अनुपस्थित रहीं। कक्षा 9 से लेकर 12 तक 813 छात्राएं दर्ज हैं, लेकिन जिसमें से सिर्फ 512 हीं उपस्थित मिलीं। यहां पर कक्षा 12वीं में रसायन शास्त्र विषय का अध्ययन नहीं मिला। बोर्ड परीक्षा परिणाम औसत से कम रहा है। इसी प्रकार हाइस्कूल घंघरीकला, खड़ोला, हाइस्कूल मझगवां फाटक, हाइस्कूल बुजबुजा, सीएम राइज बरही, पीएमश्री बुजबुला आदि के निरीक्षण में भी खामियां मिलीं।