वायरल वीडियो ने मचाया था हड़कंप
कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें भाजपा नेता राहुल वाल्मीकि एक महिला के साथ कथित रूप से शमशान घाट पर आपत्तिजनक हालत में नजर आ रहे थे। वीडियो के वायरल होते ही राजनीतिक गलियारों से लेकर सोशल मीडिया तक यह मुद्दा चर्चा का विषय बन गया। स्थानीय लोगों द्वारा बनाए गए इस वीडियो में नेता और महिला को एक गाड़ी में आपत्तिजनक स्थिति में देखा गया था।
महिला ने थाने पहुंच कर दर्ज कराया केस
अब इस मामले में नया मोड़ तब आया, जब वीडियो में दिख रही महिला ने बुलंदशहर के सलेमपुर थाने में पहुंचकर एफआईआर दर्ज कराई। महिला ने अपनी शिकायत में तीन नामजद छोटल शर्मा, उमेश प्रधान, ललित और तीन अज्ञात लोगों पर संगीन आरोप लगाए हैं।
महिला ने तहरीर में क्या कहा?
महिला द्वारा पुलिस को दी गई तहरीर के मुताबिक, यह वीडियो 7 से 8 महीने पुराना है। महिला ने बताया कि वह उस समय भाजपा नेता राहुल वाल्मीकि के साथ गाँव केलावन के पास गाड़ी में बैठी थी, तभी छोटल शर्मा, उमेश प्रधान और उनके तीन अन्य साथी वहां पहुंचे और जान से मारने की धमकी देने लगे। उन्होंने गाली-गलौच की, जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया और जबरन राहुल और महिला को गाड़ी सहित शमशान घाट ले गए। वहां महिला ने आरोप लगाया कि उसके साथ रेप करने की कोशिश की गई और राहुल वाल्मीकि की पैंट भी उतार दी गई।
जबरन बनाया वीडियो, फिर की गई मोटी रकम की मांग
महिला ने यह भी दावा किया कि आरोपियों ने जबरदस्ती दोनों के साथ मारपीट की और उन्हें गलत हालात में वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। इसके बाद आरोपियों ने धमकी दी कि अगर पैसे नहीं दिए गए तो वीडियो को वायरल कर दिया जाएगा। महिला के अनुसार, राहुल वाल्मीकि ने डर के मारे आरोपियों को तीन किश्तों में कुल 1.50 लाख रुपये दिए। बावजूद इसके, आरोपियों ने दोबारा 3 लाख रुपये की मांग की, और जब वह रकम देने से मना किया गया, तो आरोपियों ने वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
महिला की तहरीर के आधार पर बुलंदशहर पुलिस ने तीन नामजद और तीन अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस मामले की पुष्टि करते हुए एसपी देहात डॉ. तेजवीर सिंह ने बताया कि, “एक महिला द्वारा थाना सलेमपुर में तहरीर दी गई है, जिसके आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।”
जांच के घेरे में कई सवाल
इस मामले में एक ओर जहां राजनीतिक प्रतिष्ठा और महिला की गरिमा का सवाल उठ रहा है, वहीं दूसरी ओर ब्लैकमेलिंग और जातिसूचक अपशब्दों के प्रयोग जैसे गंभीर अपराधों की भी जांच जरूरी है। पुलिस इस पूरे मामले को कई पहलुओं से जांच रही है।