यह खुलासा मंगलवार रात को आरोपी की पड़ोसी मध्यप्रदेश के बेड़दा गांव से गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने रात को किया। थानाधिकारी राजवीरसिंह ने बताया कि 12 जुलाई की रात वारदात के बाद आरोपी भाग निकला। वह रिश्तेदारों के यहां शरण लिए था। मंगलवार को मुखबिर से सूचना मिली कि वह बेड़दा से निकलकर बस से रतलाम जाने के प्रयास में है।
इस पर थाने की टीम ने पहुंचकर उसे धरदबोचा। गौरतलब है कि वारदात से बेसुध खोरापाड़ा के ही निवासी सेवाराम पुत्र रकमा कटारा की पसलियां टूटने और लीवर डैमेज होने से मौत हो गई। दूसरे दिन इसकी रिपोर्ट मृतक के भाई बालू ने दी। इस पर केस दर्ज कर कार्रवाई के बाद शिवनारायण को 48 घंटे में तलाश लिया गया।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह गांव में नाथू के घर के सामने खड़ा था। तभी सेवाराम ने आकर शराब पीने के लिए रुपए मांगे। देने से इनकार पर जोर जबरदस्ती करने लगा तो तेश में हाथापाई के बाद उसने पत्थर मारे। सेवाराम वहीं गिर गया तो डर कर वह भाग गया।