कार्यक्रम के बाद सभी ने घर में बना खाना खाया। पैरा फुटु (मशरूम सब्जी) परोसी गई थी। खाना खाने के कुछ घंटों के भीतर ही लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी। परिवार के 13 सदस्य, जिनमें बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, को
गंभीर हालत में डौंडीलोहारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। डॉक्टरों ने सभी का तत्काल इलाज शुरू किया। अब सभी मरीजों की हालत स्थिर बताई जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि संभवत: भोजन में मौजूद किसी जहरीले तत्व या फफूंदयुक्त पैरा फुटु के कारण यह हालत बनी।
इन लोगों को भर्ती कराया गया पीड़ित परिवार में रमलाबाई 60 वर्ष, दुकली बाई 65 वर्ष, पुसईबाई 55 वर्ष, दुर्गेश 20 वर्ष, साक्षी 15 वर्ष, गीतिका 11 वर्ष, रमशिला बाई 60 वर्ष, संगीता बाई 32 वर्ष, बैसाखी बाई 65 वर्ष, रुशिला बाई 35 वर्ष, रेवती बाई 60 वर्ष, दसमत बाई 60 वर्ष, लीमेश 15 वर्ष शामिल है।
भोजन का नमूना जांच के लिए भेजा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर भोजन के नमूने जांच के लिए भेज दिए हैं। प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि बरसात के मौसम में किसी भी प्रकार के अनजाने खाद्य पदार्थों का सेवन सावधानी से करें।