डीएफओ दिनेश पटेल ने बताया कि दोनों हाथी नर हैं, दोनों जंगली हाथी महाराष्ट्र की ओर से कोहका थाना क्षेत्र के आमाकोड़ो जंगल में प्रवेश किए हैं। जंगल की कच्ची सड़क पर हाथी के पदचिन्ह व लीद (मल) साफ तौर पर उसकी मौजूदगी की पुष्टि करते हैं।
वन विभाग की टीमें मौके पर पहुंचकर लगातार हाथी की लोकेशन ट्रैक कर रही हैं। ताकि किसी प्रकार की जनहानि या संपत्ति को नुकसान न हो।
वन विभाग द्वारा क्षेत्र के ग्रामीणों को अलर्ट किया जा रहा है। लोगों से अपील की गई है कि वे जंगल की ओर न जाएं और हाथी के आसपास कतई न भटकें। किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ करने या नजदीक जाने पर हाथी आक्रामक हो सकता है, जिससे जान का खतरा हो सकता है।
सुरक्षा के बारे में जानकारी दी गई इंसान व जानवर के बीच दूरी जरूरी-डीएफओ डीएफओ पटेल ने कहा कि जिले के वनों में अनुकूल वातावरण बनने से वन्यजीवों की आमद बढ़ रही है, जो वन क्षेत्र की सेहत के लिए अच्छा संकेत है, लेकिन साथ ही यह जरूरी है कि इंसान और जानवर के बीच सुरक्षित दूरी बनी रहे। वन विभाग ने पूरी स्थिति पर नजर बनाए हुए है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए टीमें मुस्तैद हैं। आमजन से अपील है कि अफवाहों से बचें और वन विभाग के निर्देशों का पालन करें।
लगातार दो दिनों से आए जंगली मेहमान गौरतलब है कि ठीक एक रात पहले, यानी 12-13 जुलाई की रात, जिले के उत्तरी छोर के ग्राम आटरा में एक तेंदुआ घुस आया था। राहत की बात यह कि सुबह होते-होते वह वापस जंगल की ओर लौट गया है। इसके ठीक बाद 13-14 जुलाई की देर रात, जिले के दक्षिणी छोर के मानपुर क्षेत्र में दो जंगली हाथी की चहलकदमी की खबर ने वन विभाग को एक बार फिर सतर्क कर दिया है।