आरोपी के कब्जे से घटना में प्रयुक्त कार क्रमांक एमपी 07 सीजी-1155 जब्त की गई है। बता दें कि इस मामले में पुलिस ने अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। हालांकि मामले के मास्टरमाइंड माने जा रहे अभाविप नेता संजय सिंह अब भी पुलिस पकड़ से दूर है। पुलिस संजय को पकड़ने एमपी का खाक छानने का दावा कर रही है।
बता दें कि शहर से लगे मोहड़ वार्ड में 11 जून को शिवनाथ नदी से रेत निकासी के लिए माफिया जेसीबी और दो हाइवा लेकर पहुंचे थे। इस दौरान जब ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो उन पर लाठी-डंडों से वार करते हुए 7-8 राउंड फायरिंग कर दी। इसमें तीन ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हुए थ। उस दिन कार में पहुंचे बाहरी आरोपी जैसे-तैसे फरार हो गए, लेकिन जेसीबी चालक व स्थानीय पार्षद पकड़ में आ गए। यूपी-एमपी की तर्ज पर लठैतों के दम पर रेत निकासी की तैयारी थी।
मनोज सिकरवार पर थी इनाम की घोषणा
मामले में नौवें आरोपी के रूप में गिरफ्तार फल्ली उर्फ मनु उर्फ मनोज सिकरवार आदतन बदमाश है, जिस पर पहले भी पॉस्को, मारपीट और आर्स एक्ट के तहत मामला दर्ज है। वह एमपी पुलिस के भी रडार में था, उस पर मुरैना पुलिस अधीक्षक ने इनाम की घोषणा कर रखी है। अब तक इनकी हो चुकी गिरफ्तारी
पुलिस ने मामले में अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार कर ली है। जेसीबी चालक भगवति निषाद, स्थानीय पार्षद संजय रजक, सोमनी निवासी और जेसीबी-हाइवा के मालिक अभिनव तिवारी, ग्वालियर एमपी निवासी अतुल सिंह तोमर, जितेंद्र नारौलिया एमपी, अमन सिंह परिहार एमपी, अभय सिंह तोमर भिंड एमपी, कृष्णा उर्फ गोलू गुर्जर उर्फ गोलू दनगस मप्र को गिरफ्तार कर जिला जेल
राजनांदगांव भेजा गया है।