छत्तीसगढ़ की इन जगहों पर मंडराता है भूतों का साया(photo-patrika)
Haunted Place in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ अपनी सांस्कृतिक विरासत, घने जंगलों और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन इसके साथ ही यहां कुछ ऐसी रहस्यमयी और भयावह जगहें भी हैं, जिन्हें बेहद डरावना माना जाता है। इन स्थानों से जुड़ी घटनाएं, कहानियां और स्थानीय मान्यताएं लोगों के मन में डर और रहस्य की भावना भर देती हैं।
रायपुर की सिविल लाइन में स्थित यह पुराना सरकारी बंगला सालों से वीरान पड़ा है। इसे लेकर स्थानीय लोगों के बीच कई डरावनी कहानियां प्रचलित हैं। बताया जाता है कि रात के समय इस बंगले से अजीबोगरीब आवाजें आती हैं—जैसे किसी के चलने की आहट, फर्नीचर खिसकने की आवाज, या फिर किसी के रोने की सिसकियाँ। कुछ लोगों ने तो यहां धुंधली परछाइयों को देखे जाने का भी दावा किया है।
बंगले के आसपास रहने वाले लोग रात के समय इस रास्ते से गुजरने से बचते हैं। कुछ का मानना है कि इस बंगले में कभी किसी अधिकारी की रहस्यमयी मौत हुई थी और तभी से यहां अजीब घटनाएं घटने लगीं।
लोहा डैम (दुर्ग)
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्थित लोहा डैम अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए तो जाना जाता है, लेकिन इसके पीछे एक डरावनी सच्चाई भी छुपी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस डैम में अब तक कई आत्महत्याएं हो चुकी हैं, और कुछ हादसे भी रहस्यमय परिस्थितियों में हुए हैं।
रात के समय इस डैम के आसपास से चीखने-चिल्लाने की आवाजें सुनाई देती हैं। कई लोगों ने दावा किया है कि उन्होंने यहां सफेद कपड़ों में एक स्त्री को भटकते हुए देखा है, जो देखते ही देखते गायब हो जाती है।
इन कहानियों के चलते डैम के आसपास के ग्रामीण शाम होते ही इस स्थान से दूर रहने में ही अपनी भलाई समझते हैं। भले ही यह क्षेत्र दिन में सुंदर और शांत नजर आता हो, लेकिन रात के अंधेरे में यह डरावनी कहानियों से घिरा एक रहस्यमयी स्थान बन जाता है।
घंटाघर के पास पुराना कुआं (राजनांदगांव)
राजनांदगांव शहर के बीचों-बीच स्थित घंटाघर के पास बना यह पुराना कुआं न सिर्फ ऐतिहासिक है, बल्कि रहस्यमयी घटनाओं के लिए भी काफ़ी चर्चित है। वर्षों से बंद पड़े इस कुएं को लेकर स्थानीय लोगों में कई डरावनी कहानियां प्रचलित हैं।
लोगों का कहना है कि इस कुएं से अक्सर अजीब और रहस्यमयी आवाजें आती हैं, जैसे कोई मदद के लिए पुकार रहा हो। रात के समय इस कुएं के आसपास एक अजीब सी सिहरन महसूस होती है।
कुछ लोगों का तो यह भी दावा है कि कुएं के पास से गुजरते समय उन्होंने किसी परछाई को अपनी ओर खिंचने की कोशिश करते हुए महसूस किया और कुछ राहगीरों को तो बेहोश हालत में कुएं के पास पाया गया।
इन तमाम घटनाओं के चलते स्थानीय लोग इसे ‘भूतिया कुआं’ मानते हैं और रात के वक्त इसके आसपास जाने से बचते हैं। भले ही दिन में यह जगह सामान्य लगे, लेकिन रात
मांझा पहाड़ (कोरबा)
कोरबा जिले का मांझा पहाड़ एक ओर जहां अपनी प्राकृतिक सुंदरता और हरियाली के लिए जाना जाता है, वहीं दूसरी ओर यह जगह कई रहस्यमयी घटनाओं को लेकर भी चर्चा में रहती है।
स्थानीय ग्रामीणों और कुछ पर्यटकों का कहना है कि जैसे ही शाम ढलती है, इस पहाड़ी क्षेत्र का माहौल अचानक बदल जाता है। रात के वक्त यहां तापमान तेजी से गिरने लगता है, जबकि आसपास के क्षेत्रों में ऐसा नहीं होता। इसके साथ ही यहां बहने वाली हवा में एक अजीब सी सनसनी और भय महसूस होता है, जो आम तौर पर महसूस नहीं होती।
कुछ लोगों ने दावा किया है कि उन्होंने पहाड़ पर अजीबो-गरीब आकृतियां देखीं, तो किसी ने हवा में फुसफुसाहट या पैरों की आहट सुनने की बात कही। इन रहस्यमयी घटनाओं की वजह से मांझा पहाड़ को स्थानीय लोग डरावनी जगह मानते हैं और खासकर रात के समय यहां आने से परहेज करते हैं।
ततापानी हॉट वाटर स्प्रिंग्स (बलरामपुर)
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में स्थित ततापानी हॉट वाटर स्प्रिंग्स अपनी गर्म पानी की धाराओं के लिए मशहूर हैं, जो हर साल सैकड़ों पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को आकर्षित करती हैं। प्राकृतिक रूप से उभरते इन गर्म जलस्रोतों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भूगर्भीय गतिविधियों से जोड़ा जाता है, लेकिन लोककथाओं में इनका एक रहस्यमयी पक्ष भी सामने आता है।
स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, ततापानी क्षेत्र में प्राचीन काल से कुछ अदृश्य और अलौकिक शक्तियों का वास माना जाता है। गांव के बुजुर्गों का कहना है कि रात के समय यहां अजीब सी गतिविधियाँ होती हैं—जैसे बिना किसी के आसपास होने के भी पत्तों का हिलना, जल में कंपन होना, या फिर अचानक ठंडी हवा का बहना। कुछ पर्यटकों ने भी यह अनुभव किया है कि यहां एक अनदेखा डर और बेचैनी का माहौल महसूस होता है।
सतनामी तालाब (बिलासपुर)
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित सतनामी तालाब देखने में भले ही एक शांत और सामान्य जलाशय लगे, लेकिन इसके पीछे छिपी लोककथाएं इसे एक रहस्यमयी और डरावनी जगह बना देती हैं। दिन में यह तालाब एक रमणीय स्थल के रूप में देखा जाता है, जहाँ स्थानीय लोग टहलने या आराम करने आते हैं, मगर जैसे ही रात का अंधेरा गहराता है, यह जगह वीरान और खामोश हो जाती है।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, रात के समय इस तालाब के किनारे अजीब रोशनी की झलक और रहस्यमयी परछाइयों का दिखना आम बात है। कुछ लोगों का दावा है कि उन्होंने तालाब के पानी में ऐसी परछाइयाँ देखीं, जो इंसानी आकृति जैसी थीं, लेकिन उनके पास पहुंचने पर कुछ नजर नहीं आया। वहीं कुछ ग्रामीणों ने यह भी बताया कि रात में यहां से सांसों की तेज आवाजें या फुसफुसाहट सुनाई देती हैं, मानो कोई आसपास मौजूद हो।
अगर आप रोमांच पसंद करते हैं और रहस्य से रूबरू होना चाहते हैं, तो ये जगहें आपके लिए एक साहसिक अनुभव साबित हो सकती हैं – लेकिन अपनी सुरक्षा का ध्यान ज़रूर रखें।
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