अगले सात दिनों तक आंधी-तूफान और बारिश का अलर्ट
विशेषज्ञों का कहना है कि अगले दो दिनों तक वायु गुणवत्ता में कोई गिरावट की संभावना नहीं है। इसके साथ ही अगले सात दिनों तक अधिकतम तापमान 31 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। मौसम विश्लेषण के अनुसार, मानसून ट्रफ रेखा अमृतसर से लेकर पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। इसके अलावा पश्चिमी राजस्थान और पाकिस्तान सीमा पर बना निम्न दबाव अब कमजोर हो गया है, लेकिन उससे जुड़ा चक्रवातीय परिसंचरण अभी भी सक्रिय है। जबकि बंगाल की खाड़ी में 24 जुलाई के आसपास एक और नया निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना है। जिससे मध्य और पूर्वी भारत में बारिश भयंकर रूप ले सकती है।
अगले सात दिनों तक कैसा रहेगा दिल्ली-एनसीआर का मौसम?
दिल्ली और एनसीआर के लोगों को भीषण गर्मी और उमस से इस सप्ताह राहत मिलने के आसार हैं। मौसम विभाग के मुताबिक 27 जुलाई तक इन इलाकों में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी, और 23 से 27 जुलाई के बीच हल्की से मध्यम बारिश के कई दौर देखने को मिल सकते हैं। खासतौर पर 23 और 24 जुलाई को गरज-चमक के साथ फुहारें पड़ने के आसार हैं, जबकि 25 से 27 जुलाई तक बादल छाए रहने और हल्की बौछारों की संभावना जताई गई है। 21 और 22 जुलाई को दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम समेत एनसीआर के कई इलाकों में वज्रपात के साथ बारिश हो सकती है। हालांकि किसी प्रकार का येलो, ऑरेंज या रेड अलर्ट जारी नहीं किया गया है।
पहाड़ों से लेकर मैदान तक भारी बारिश की चेतावनी
उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक तेज़ बारिश का दौर जारी रहेगा। आज यानी 21 जुलाई को जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी वर्षा होने की संभावना है। हिमाचल में यह सिलसिला 23 जुलाई तक चलेगा, जबकि पंजाब और जम्मू-कश्मीर में 24 जुलाई तक लगातार तेज़ बारिश के आसार हैं। पूर्वी राजस्थान और पूर्वी उत्तर प्रदेश में 26 और 27 जुलाई को भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि इन इलाकों में गरज-चमक और आंधी के साथ हल्की से मध्यम वर्षा अगले एक सप्ताह तक जारी रहेगी।
महाराष्ट्र और कोंकण में भारी से बहुत भारी बारिश
कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों में 21 से 27 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है। मराठवाड़ा में आज विशेष रूप से तेज़ बारिश की संभावना जताई गई है। इसके अलावा, पूरे क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। इसके अलावा दक्षिण भारत में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ सतही हवाएं चलने की संभावना है। 21 से 27 जुलाई के बीच केरल, माहे, तटीय और आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। तमिलनाडु में भी 21 और 22 जुलाई को भारी वर्षा के आसार हैं।
इन राज्यों में जलभराव जैसी स्थिति की चेतावनी
मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़, ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल और विदर्भ क्षेत्र में 23 से 25 जुलाई तक बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश और झारखंड में भी 23 से 27 जुलाई के बीच लगातार बारिश का पूर्वानुमान है। बिहार में 21, 24 से 27 जुलाई के बीच तेज़ बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इस दौरान जलभराव होने के दौरान मौसम विभाग ने सावधानी बरतने की आवश्यकता है। असम और मेघालय में भी 21 से 27 जुलाई तक, अरुणाचल प्रदेश में 21-22 जुलाई और नागालैंड, त्रिपुरा में भी 24 से 27 जुलाई के दौरान भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।