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जैसलमेर

रेल-विमान कनेक्टिविटी का विकास हो, पर्यटकों के लिए नए क्षेत्र बनाएं…बॉर्डर ट्यूरिज्म को मिले बढ़ावा

इस दौरान पर्यटक सुरक्षा के अलावा वक्ताओं और अन्य हितधारकों ने पर्यटन को बढ़ावा देने के अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की।

जैसलमेरJul 22, 2025 / 09:03 pm

Deepak Vyas

पर्यटकों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने का संकल्प लेते हुए संभागी।

जैसलमेर. देश-प्रदेश में पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण क्षेत्र के रूप में स्थान बना चुके जैसलमेर में आने वाले सैलानियों की सुरक्षा और उनके आकर्षण को और बढ़ाने उपायों पर विस्तृत चर्चा के लिए मंगलवार को पीएचडी चेम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के राजस्थान चैप्टर ने पर्यटन विभाग के सहयोग से संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस दौरान पर्यटक सुरक्षा के अलावा वक्ताओं और अन्य हितधारकों ने पर्यटन को बढ़ावा देने के अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की। जिनमें शहर की रेल और हवाई कनेक्टिविटी में सुधार, बॉर्डर ट्यूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए मौजूदा क्षेत्र सीमा से नए क्षेत्रों को पर्यटकों के लिए खोलना, पर्यटकों के यात्रा कार्यक्रम को दो बढ़ाकर पांच दिन करने के लिए नए पर्यटन स्थलों की पहचान करने, धोरों पर उगती वनस्पति को नियमित रूप से हटाकर उन्हें मूल रूप में संरक्षित करने, टूरिस्ट हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर को प्रभावी रूप से प्रदर्शित करने, हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे पर पर्यटन स्वागत केंद्र की स्थापना और नियमित रूप से व्यापार परामर्श बैठकें आयोजित करने की जरूरत पर विशेष बल दिया गया। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने पर्यटकों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करने का संकल्प लिया।

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अर्थव्यवस्था में 80 फीसदी योगदान

को-चेयर पीएचडीसीसीआई राजस्थान चेप्टर जितेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि जैसलमेर में पर्यटन एक प्रमुख उद्योग है तथा इसका जिले की अर्थव्यवस्था में 80 प्रतिशत से ज्यादा योगदान है। जैसलमेर में डिजिटल फ्रॉड, फर्जी वेबसाइट व लपकों की ओर से पर्यटकों के शिकार होने की घटनाएं तेजी से बढ़ रही है। जिसके फलस्वरूप राज्य एवं जिले में पर्यटन विकास पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। सहायक निदेशक पर्यटन विभाग कमलेश्वर सिंह ने अध्यक्षीय उद्बोधन में क्षेत्र के सभी हितधारकों विशेष रूप से जो असंगठित रूप से कार्य कर रहे हैं, जैसे गाइड्स, ट्रेवल एजेंट, टूर ऑपरेटर्स, कैंप ओनर्स, जीप एवं ऊंट सफारी ऑपरेटर्स आदि से आह्वान किया कि वे मुख्यधारा में जुड़ते होते पर्यटन विभाग में पंजीकरण करवाएं। उन्होंने सभी हितधारकों से अनुरोध किया कि वे राजस्थान रूरल टूरिज्म पालिसी -2022 एवं राजस्थान टूरिज्म पालिसी-2024 में निहित विभिन्न प्रोत्साहनों का लाभ लेते हुए पर्यटकों को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करें।

ये थे उपस्थित

कार्यक्रम में होटल व्यवसायी शिवेन्द्र सिंह, जैसलमेर टूरिस्ट गाइड वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष अरुण पुरोहित, होटल व्यवसायी व कैम्प मालिक अमरदीन फकीर, जैसलमेर टूरिज्म गिल्ड के उपेन्द्रसिंह राठौड़, सहायक निदेशक सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग प्रवीण प्रकाश चौहान, पर्यटन उद्यमी गजेन्द्र सिंह सोढ़ा, किला संरक्षण समिति के विमल गोपा और मनोज पोलजी, होटल प्रबंधक सुरेश कुमार, आई लव फाउंडेशन की परियोजना निदेशक शाहीन हसन, रंगकर्मी विजय बल्लाणी, सम के ऊंट मालिक चेतनराम, अमित व्यास आदि उपस्थित रहे। उन्होंने अपने उद्बोधन में पर्यटन सुरक्षा विषय पर महत्वपूर्ण सुझाव दिए। इस दौरान राजस्थान पर्यटन पर फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया। संगोष्ठी का संचालन पीएचडीसीसीआई-राजस्थान चेप्टर के रेजिडेंट डायरेक्टर आर.के. गुप्ता ने किया।

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