अर्थव्यवस्था में 80 फीसदी योगदान
को-चेयर पीएचडीसीसीआई राजस्थान चेप्टर जितेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि जैसलमेर में पर्यटन एक प्रमुख उद्योग है तथा इसका जिले की अर्थव्यवस्था में 80 प्रतिशत से ज्यादा योगदान है। जैसलमेर में डिजिटल फ्रॉड, फर्जी वेबसाइट व लपकों की ओर से पर्यटकों के शिकार होने की घटनाएं तेजी से बढ़ रही है। जिसके फलस्वरूप राज्य एवं जिले में पर्यटन विकास पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। सहायक निदेशक पर्यटन विभाग कमलेश्वर सिंह ने अध्यक्षीय उद्बोधन में क्षेत्र के सभी हितधारकों विशेष रूप से जो असंगठित रूप से कार्य कर रहे हैं, जैसे गाइड्स, ट्रेवल एजेंट, टूर ऑपरेटर्स, कैंप ओनर्स, जीप एवं ऊंट सफारी ऑपरेटर्स आदि से आह्वान किया कि वे मुख्यधारा में जुड़ते होते पर्यटन विभाग में पंजीकरण करवाएं। उन्होंने सभी हितधारकों से अनुरोध किया कि वे राजस्थान रूरल टूरिज्म पालिसी -2022 एवं राजस्थान टूरिज्म पालिसी-2024 में निहित विभिन्न प्रोत्साहनों का लाभ लेते हुए पर्यटकों को एक सुरक्षित वातावरण प्रदान करें।
ये थे उपस्थित
कार्यक्रम में होटल व्यवसायी शिवेन्द्र सिंह, जैसलमेर टूरिस्ट गाइड वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष अरुण पुरोहित, होटल व्यवसायी व कैम्प मालिक अमरदीन फकीर, जैसलमेर टूरिज्म गिल्ड के उपेन्द्रसिंह राठौड़, सहायक निदेशक सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग प्रवीण प्रकाश चौहान, पर्यटन उद्यमी गजेन्द्र सिंह सोढ़ा, किला संरक्षण समिति के विमल गोपा और मनोज पोलजी, होटल प्रबंधक सुरेश कुमार, आई लव फाउंडेशन की परियोजना निदेशक शाहीन हसन, रंगकर्मी विजय बल्लाणी, सम के ऊंट मालिक चेतनराम, अमित व्यास आदि उपस्थित रहे। उन्होंने अपने उद्बोधन में पर्यटन सुरक्षा विषय पर महत्वपूर्ण सुझाव दिए। इस दौरान राजस्थान पर्यटन पर फिल्म का भी प्रदर्शन किया गया। संगोष्ठी का संचालन पीएचडीसीसीआई-राजस्थान चेप्टर के रेजिडेंट डायरेक्टर आर.के. गुप्ता ने किया।