प्रकाश की पत्नी सुमन ने बताया कि सोमवार को भी विदेश मंत्रालय से किसी ने संपर्क नहीं किया। उन्होंने अपील किया कि विदेश मंत्रालय मामले को गंभीरता से लेकर माली स्थित भारतीय दूतावास के माध्यम से उनके पति को सकुशल वापस लाने में सहयोग करे।
एक जुलाई को हुआ था अपहरण
प्रकाश का एक जुलाई को माली की सीमेंट फैक्टरी से अपहरण हुआ था, जहां 100 से अधिक आतंकी हथियारों के साथ घुसे और तीन भारतीयों का अपहरण कर लिया। इनमें जयपुर निवासी प्रकाश चंद्र भी शामिल हैं। अब तक अपहरणकर्ताओं ने न कोई संपर्क किया है, न ही कोई मांग रखी है।
सुरक्षा को लेकर चिंतित परिजन
प्रकाश चंद्र जोशी के परिजन उनकी सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं। सूत्रों के अनुसार, माली में करीब 400 भारतीय रह रहे हैं और उनके परिजन भी भारत में चिंतित हैं। अपहरण वाले दिन अल कायदा से जुड़े संगठन जमात नुसरत अल-इस्लाम वल मुस्लिमीन ने माली में कई हमले करने का दावा किया था। परिजन ने अब तक कई नेताओं से संपर्क किया, परंतु कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं मिल पाया है।
थाने में दी गई शिकायत
प्रकाश चंद्र जोशी के परिजन मिलने आए थे, तब उन्हें बताया गया कि यह विदेश का मामला है, इसलिए यहां मुकदमा दर्ज नहीं हो सकता। उनकी थाने में दी गई शिकायत को भारतीय विदेश मंत्रालय को भिजवाने और माली राष्ट्र में भारतीय दूतावास के अधिकारी की जानकारी उपलब्ध करवाने की प्रक्रिया की जा रही है।
-बीजू जॉर्ज जोसफ, पुलिस कमिश्नर, जयपुर