IDF ने दिया बयान
IDF ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “बशर थाबेत हमास के हथियार निर्माण तंत्र में अनुसंधान और विकास के लिए जिम्मेदार था। वह हथियारों के भंडार को बढ़ाने और बहाल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा था।” इजरायली सेना ने इस ऑपरेशन में आतंकवादी बुनियादी ढांचे, सुरंगों और सैन्य परिसरों को नष्ट करने की बात भी कही।
115 फिलिस्तीनी समेत छह बच्चे मारे गए
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, इस हमले में कम से कम 115 फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें कई नागरिक भी शामिल हैं। हमले में उत्तरी शाती शरणार्थी शिविर में एक इमारत को निशाना बनाया गया, जिसमें एक हमास सदस्य के साथ-साथ एक पुरुष, एक महिला और उनके छह बच्चे भी मारे गए। घायलों को नजदीकी शिफा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
आतंकी गतिविधियों को कम करने का प्रयास
इजरायली सेना ने दावा किया कि यह ऑपरेशन हमास की आतंकी गतिविधियों को कमजोर करने और इजरायली सैनिकों पर हमले की योजना बना रहे आतंकवादियों को निष्प्रभावी करने के लिए किया गया। IDF ने कहा, “हमारी सेना आतंकवादी ठिकानों को खत्म करने और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
हमास के प्रवक्ता की खुली धमकी
दूसरी ओर, हमास ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और इसे “नागरिकों के खिलाफ क्रूर हमला” करार दिया। हमास के प्रवक्ता ने जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है, जिससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है।
युद्ध विराम की मांग
यह हमला इजरायल और हमास के बीच चल रहे लंबे संघर्ष का हिस्सा है, जो 7 अक्टूबर 2023 को हमास के इजरायल पर बड़े हमले के बाद और तेज हो गया था। गाजा में जारी इस जंग ने हजारों लोगों की जान ले ली है और क्षेत्र का बुनियादी ढांचा तबाह हो चुका है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने दोनों पक्षों से संयम बरतने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र ने गाजा में मानवीय संकट पर चिंता जताते हुए तत्काल युद्धविराम की मांग की है।