5 साल में 33700 की मौत
राज्य पुलिस के अनुसार पिछले 5 साल में सड़क हादसों से 33700 लोगों की मौत हुई है। उक्त हादसे सबसे ज्यादा रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर, बलौदाबाजार और महासमुंद जिले में हुए हैं। इसे देखते हुए दुर्घटनाजन्य स्थानों का विभागीय अधिकारियों द्वारा कई बार निरीक्षण हादसों को रोकने के लिए विभिन्न प्रयास किए गए। वहीं रोड सेफ्टी से जुडे़ विभागों से रिपोर्ट मंगवाई गई। इसकी समीक्षा करने पर पता चला कि अधिकांश हादसे ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करने की वजह से हुई है। राज्य पुलिस के अधिकारियों का कहना है कि दुर्घटनाजन्य स्थानों में 24 घंटे ट्रैफिक पुलिस की तैनाती संभव नहीं है। कैमरे लगने के बाद उक्त स्पॉट की 24 घंटे निगरानी रहेगी। इससे हादसे की वास्तविक कारण का पता चलेगा। वहीं दोषी वाहन चालक के खिलाफ कार्रवाई करने में आसानी होगी।होगी चालानी कार्रवाई
हाइवे में तेज रफ्तार वाहन चलाने, बिना हेलमेट, सीट बेल्ट और रांग साइड वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। आईटीएमएस कैमरा के जरिए जनरेट होने वाले ऑनलाइन चालान को वाहन मालिक के मोबाइल पर भेजा जाएगा। इससे ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन और हादसों को रोकने में मदद मिलेगी।प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा
सड़क हादसों को रोकने के लिए आईटीएमएस फेस-2 के तहत रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर, बलौदाबाजार और महासमुंद सहित अन्य जिलों के दुर्घटनाजन्य स्थानों में कैमरे लगाए जाएंगे। इसके लिए प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है।-संजय शर्मा, एआईजी ट्रैफिक