किसान क्रेडिट कार्ड : खेती का भरोसेमंद सहारा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2020 में उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले से किसान क्रेडिट कार्ड को लेकर एक अभियान शुरू किया था। इसके तहत PM Kisan योजना के हर बेनिफिशियरी को किसान क्रेडिट कार्ड की सुविधा मिल सके। देशभर में KCC के जरिए अब तक 7.72 करोड़ किसानों को 10.05 लाख करोड़ से ज्यादा का कर्ज मिला है। मार्च 2014 में यह आंकड़ा 4.26 लाख करोड़ रुपये था, जो दिसंबर 2024 तक दोगुने से ज्यादा हो चुका है। यह बताता है कि किसान खेती या दूसरे कामों के लिए कर्ज ले रहे हैं।कैसे मिलेगा कम ब्याज पर 5 लाख तक का कर्ज?
वित्त मंत्रालय ने बजट 2025-26 में किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत संशोधित ब्याज सब्सिडी योजना (Modified Interest Subvention Scheme) में बदलाव का ऐलान किया था। इसके तहत अब 3 लाख की जगह 5 लाख रुपये तक का कर्ज कम ब्याज दर पर मिल रहा है।ब्याज दर और सब्सिडी का फॉर्मूला
3 लाख रुपये तक की छोटी अवधि के कृषि लोन पर 7% वार्षिक ब्याज दर है। समय पर भुगतान करने वाले किसानों को 3% की प्रॉम्प्ट रिपेमेंट इंसेंटिव मिलता है। इससे किसानों के लिए प्रभावी ब्याज दर सिर्फ 4% रह जाती है। अब नई घोषणा के बाद यह छूट 5 लाख रुपये तक हो गई है।किसानों को क्या फायदा?
बिना जमानत 2 लाख तक का कर्ज छोटे और सीमांत किसानों के लिए बड़ी राहत की बात है, जिससे वे आसानी से बीज, खाद, कीटनाशक, सिंचाई आदि के खर्च पूरे कर सकते हैं। इसमें समय पर भुगतान करने पर ब्याज में 3% की अतिरिक्त छूट से किसान पर इंट्रेस्ट चुकाने का बोझ काफी कम हो जाता है। दूध उत्पादन, मत्स्य पालन, पशुपालन को भी कर्ज मिलता है।किसानों के लिए जरूरी कदम : कैसे लें फायदा
1- पीएम किसान योजना के लाभार्थी बनें : अगर आप पहले से पीएम किसान योजना के लाभार्थी हैं तो KCC के लिए आवेदन करना आसान है।4- समय पर पेमेंट करें : समय पर किस्त चुकाने से ब्याज में छूट मिलेगी और अगली बार ज्यादा रकम कर्ज में मिलेगी।