शेरू ने क्यों कराई चंदन की हत्या?
पुलिस का कहना है कि जो इनपुट अभी तक पटना पुलिस के मिली है उसके अनुसार हत्या का मास्टरमाइंड ओंकारनाथ उर्फ शेरू सिंह है। शेरू और चंदन दोस्त थे, लेकिन बाद में दोनों दुश्मन बन गए। इसके बाद दोनों ने अपना अलग गैंग बना लिया। पुलिस के अनुसार हाल के दिनों में शेरू गैंग के कई शूटरों की हत्या हो रही थी। इससे शेरू को शक था कि चंदन ही उसके शूटरों को मरवा रहा है। इससे परेशान होकर ही उसने चंदन की हत्या का प्लान तैयार किया।
चंदन की हत्या का 10 लाख में ली थी सुपारी
पुलिस के अनुसार तौसीफ को चंदन की हत्या के बदले 10 लाख रूपये की सुपारी दी गई थी। कहा जा रहा है कि शेरू और शूटर तौसीफ की पहली मुलाकात बेऊर जेल में हुई थी। दोनों की जेल में ही जान पहचान हुई थी। कुछ माह पहले तौसीफ जेल से छूटा था। इधर, शेरू को पुरुलिया जेल भेज दिया गया था। पुरुलिया जेल से ही शेरू सिंह ने तौसीफ से संपर्क किया और फिर उसे चंदन की हत्या की सुपारी 10 लाख में दी थी।
शूटरों की हुई पहचान: SSP
पटना SSP कार्तिकेय के. शर्मा का कहना है कि पटना पुलिस पुरुलिया जेल में शेरू से पुछताछ के लिए जायेगी। जरुरत पड़ा तो पटना पुलिस उसे रिमांड पर भी लेगी। पटना पुलिस चंदन की हत्या में शामिल दो अन्य शूटरों की भी पहचान कर ली है। इनकी पहचान मोनू सिंह और बलवंत सिंह के रूप में हुई है। ये दोनों बक्सर के रहने वाले हैं। बक्सर, चंदन का गृह जिला है। SSP ने कहा, ‘बाकी दो शूटर भी बक्सर के ही हैं। लेकिन, उनके नाम अभी नहीं बताए जा सकते। इससे जांच प्रभावित हो सकती है। एसएसपी के अनुसार ऐसा लगता है कि शेरू ने पूरी साजिश पुरुलिया जेल से रची थी।’