यह मेरे जीवन का सबसे कठिन फैसला…शादी के दो साल बाद ही जानी-मानी रेसलर का पति से तलाक
दिल्ली से सटे नोएडा में बतौर तहसीलदार तैनात दिव्या काकरान ने अपने पति से तलाक लेने का फैसला लिया है। इसकी जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर दी है।
शादी के दो साल बाद ही दिव्या काकरान और सचिन प्रताप सिंह में अनबन। (फोटो सोर्सः सोशल मीडिया)
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र नोएडा में बतौर तहसीलदार तैनात दिव्या काकरान कुश्ती की जानी-मानी महिला पहलवान हैं। उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का नाम रोशन किया है। शादी ढाई साल बाद ही उन्होंने अपने पति से तलाक लेने का फैसला लिया है। हालांकि यह उनका व्यक्तिगत मामला है, लेकिन उनके प्रशंसकों के लिए यह फैसला किसी झटके से कम नहीं। दिव्या काकरान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपने प्रशंसकों के साथ जानकारी साझा करते हुए कहा “मैंने अपने पति सचिन प्रताप सिंह से तलाक लेने का निर्णय लिया है।”
उन्होंने इसे अपने जीवन का सबसे कठिन और भावनात्मक अध्याय बताते हुए लिखा, “इस फैसले तक पहुंचने में मुझे काफी दर्द, गहराई से चिंतन और बहुत से त्याग से गुजरना पड़ा। यह ऐसा कुछ है जिसे सार्वजनिक रूप से साझा करना आसान नहीं था, लेकिन मेरे चाहने वालों के समर्थन ने मुझे हिम्मत दी। धीरे-धीरे संभल रही हूं।”
अर्जुन अवॉर्डी हैं दिव्या काकरान
दिव्या काकरान अंतरराष्ट्रीय कुश्ती खिलाड़ी हैं। वह उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के पुरबालियान गांव की निवासी हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स में दिव्या काकरान दो बार देश के लिए पदक जीत चुकी हैं। उनकी शादी राष्ट्रीय पावरलिफ्टर सचिन प्रताप सिंह के साथ फरवरी 2023 में हुई थी। सचिन प्रताप सिंह मूल रूप से यूपी के शामली जिले के जाफरपुर गांव के रहने वाले हैं।
सचिन के पिता भानू प्रताप सिंह मेरठ पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में बतौर दरोगा तैनात हैं। सचिन प्रताप सिंह अपने पिता और परिवार के साथ मेरठ पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में ही रहते हैं। दिव्या के पिता सूरज पहलवान और सचिव प्रताप सिंह के दादा भोपाल सिंह आपस में दोस्त थे। इसी दोस्ती को रिश्तेदारी में बदलने के लिए दोनों की शादी कराई गई थी। शादी से ठीक एक साल पहले दिव्या और सचिन की सगाई हुई थी। इसके बाद फरवरी 2023 में दोनों शादी के बंधन में बंध गए।
पिता ने रामचरितमानस की दी मिसाल
दिव्या के पिता सूरज पहलवान ने बेटी और दामाद के बीच तलाक की पुष्टि करते हुए एक भावनात्मक संदेश साझा किया। उन्होंने तुलसीदास कृत रामचरितमानस की एक पंक्ति को अपने व्हाट्सऐप स्टेटस में साझा किया। सूरज पहलवान ने लिखा “सुनहु भरत भावी प्रबल, बिलखि कहेहु मुनिनाथ। लाभ हानि, जीवन मरण, यश अपयश विधि हाथ॥” इस लाइन का हिन्दी अर्थ है कि जीवन में कुछ फैसले और घटनाएं नियति के हाथ में होती हैं। चाहे वह श्रीराम का विवाह हो या राज्याभिषेक।
वहीं अर्जुन अवॉर्डी दिव्या काकरान ने कहा कि जीवन अक्सर ऐसी राह पर ले जाता है। जिसकी उम्मीद भी नहीं होती। वह अभी भी खुद को मानसिक रूप से स्थिर करने की कोशिश कर रही हैं और उन रास्तों पर आगे बढ़ रही हैं, जिनकी उन्होंने कभी कल्पना नहीं की थी। उन्होंने अपने माता-पिता और परिवार का आभार जताते हुए कहा कि उनके सहयोग और समर्थन ने उन्हें यह कठिन निर्णय लेने में मजबूती दी।
बड़ी धूमधाम से संपन्न हुई थी शादी
दिव्या काकरान और सचिन प्रताप सिंह की शादी मेरठ के परतापुर बाईपास स्थित राज रिसॉर्ट में बड़ी धूमधाम से संपन्न हुई थी। इस शादी में कई भाजपा के दिग्गज नेता शरीक हुए थे। दिव्या काकरान और सचिन की शादी में केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, यूपी के राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल, तत्कालीन भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह समेत देश-विदेश के कई बड़े कुश्ती खिलाड़ी भी शामिल हुए थे। इस शादी समारोह की खास बात ये थी कि इसमें भव्यता के साथ-साथ देसी लुक देखने को मिला था। मेहमानों को बैठने और आराम करने के लिए चारपाई और मूढ़े के इंतजाम ने खासी चर्चा बटोरी थी।
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