खंडहर बन रहा ‘किशोर दा’ का पैतृक घर, वारिस मांग रहे 14 करोड़
kishore kumar ancestral house: भारत के महान और सुरीली आवाज वाले गायक किशोर कुमार का एमपी में स्थित पैतृक बंगला फिर उपेक्षा का शिकार बन रहा है। वारिसों ने मांगी 14 करोड़ की कीमत। प्रशंसकों में दिखी निराशा। (mp news)
kishore kumar ancestral house: ‘अपनों में मैं बेगाना… बेगाना….’ फिल्म बेगाना का किशोर कुमार का गाया यह गीत आज उन्ही पर फिट बैठ रहा है। किशोर दा के निधन के बाद उनके वारिसों ने एमपी के खंडवा में स्थित पैतृक मकान की कभी सुध नहीं ली। प्रशासन ने अधिग्रहण कर संग्रहालय (म्यूजियम) बनाने का प्रयास किया तो वारिसों ने 14 करोड़ रुपए मांग लिए। बजट की कमी से प्रशासन को कदम पीछे खींचने पड़े। ऐसे में खंडहर में तब्दील हो चुके उनके मकान को संरक्षित करने के प्रयासों को फिर झटका लगा है। (mp news)
दरअसल, 2018 में तत्कालीन कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने किशोर दा के मकान के अधिग्रहण के प्रयास शुरु किए थे। इस बार मार्च में किशोर सांस्कृतिक मंच के पदाधिकारियों को कलेक्टर ऋषव गुप्ता को जिम्मेदारी सौंपी। मंच पदाधिकारियों ने किशोर दा के वारिसों से बात की तो उन्होंने मकान की कीमत करीब 14 करोड़ रुपए मांग ली। कलेक्टर का कहना है, प्रशासन के पास इतना बजट नहीं है। संस्कृति विभाग मकान अधिग्रहण के लिए बजट नहीं देता।
प्रशंसकों में निराशा
किशोर दा के निधन के बाद खंडवा में अंतिम संस्कार कर समाधि बनाई गई। दुनियाभर के प्रशंसक उनकी जयंती पर 4 अगस्त और पुण्यतिथि पर 13 अक्टूबर को खंडवा आते हैं। लेकिन किशोर दा की वारिस पत्नी लीना चंद्रावरकर, बेटे अमित और सुमित कुमार कभी नहीं आए। देखरेख के अभाव में एमजी रोड बांबे बाजार स्थित यह बंगला जर्जर हो चुका है।