भेजा खेलो इंडिया को
जानकारी के अनुसार जिला खेल विभाग ने राजीव गांधी जिला स्टेडियम के हॉकी मैदान में एस्ट्रो ट्रफ लगाने का प्रस्ताव राज्य क्रीड़ा परिषद को भेजा था। परिषद ने सहमति जताते हुए इसे केन्द्र सरकार के खेलो इंडिया नई दिल्ली को भेज दिया। करीब साढ़े नौ करोड़ रुपए इस प्रोजेक्ट की लागत आंकी गई है।
पहले इक्का-दुक्का ही
खेल विभाग के अनुसार एस्ट्रो ट्रफ कुछ साल पहले तक तो केवल प्रदेश के इक्का-दुक्का जगहों पर थे। अब यह चार मैदानों पर लगाए जा चुके हैं। जहां यह ट्रफ लगाए जाते हैं, वहां के खिलाडिय़ों के खेल में जबरदस्त सुधार देखने को मिलता है।
तैयार हो सकेंगे अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी
जिला स्टेडियम के हॉकी मैदान पर एस्ट्रो ट्रफ लगाने का प्रस्ताव क्रीड़ा परिषद को भेजा था जिसे परिषद ने खेलो इंडिया को भिजवा दिया है। यह ट्रफ लगने पर जिले की खेल प्रतिभाओं को बहुत लाभ होगा। यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार हो सकेंगे। – शमशेर सिंह, जिला खेल अधिकारी।
तो बनेगा हॉकी का हब
यहां हॉकी को लेकर हमेशा से अच्छा माहौल रहा है। यदि एस्ट्रो ट्रफ लगता है तो हनुमानगढ़ राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं का हब बनेगा। इससे यहां के खिलाडिय़ों को लाभ होगा। – मस्तान सिंह, हॉकी खिलाड़ी व प्रशिक्षक। क्या है एस्ट्रो टर्फ के लाभ
- इससे हॉकी के मैदान को एकदम समतल और विश्वसनीय सतह मिलती है जो खिलाडिय़ों को बेहतर प्रदर्शन करने में मदद देती है।
- गेंद का उछाल और खिलाडिय़ों की गति नियंत्रित रहती है। गेंद को नियंत्रित करना व पास देना आसान हो जाता है।
- यह मौसम की हर स्थिति से अप्रभावित रहता है। इस कारण खिलाड़ी किसी भी मौसम में खेल सकते हैं।
- यह प्राकृतिक घास की तुलना में अधिक टिकाऊ होता है और इसे बार-बार बदलने की आवश्यकता नहीं पड़ती।
- रख-रखाव पर पैसे व समय की बचत होती है।
- खिलाडिय़ों को चोट लगने का जोखिम कम रहता है।