मोबाइल चोरी के दौरान दबोचा गया मासूम, पुलिस को दिया चौंकाने वाली जानकारी
मासूम ने बताया कि गिरोह में दो अन्य बड़े सदस्य शामिल हैं, जो भीड़ का फायदा उठाकर चोरी करवाते हैं। बच्चे को बाजार की भीड़ में मोबाइल चुराने का काम सौंपा जाता है, जिसके बाद चुराया गया सामान तुरंत गिरोह के अन्य सदस्यों को सौंप दिया जाता है। इसके बदले बच्चे को खाना और थोड़े पैसे दिए जाते हैं। पुलिस के मुताबिक, झारखंड से आए ऐसे कई गिरोह पूर्वांचल के कई शहरों में सक्रिय है। ये गिरोह छोटे बच्चों का इस्तेमाल कर चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं, ताकि पकड़े जाने पर उनके बच्चे होने का फायदा उठाते हुए आसानी से कानूनी दांवपेच से बाहर रहा जा सके। कई बार ऐसे गिरोहों का भंडाफोड़ हुआ है लेकिन फिर अलग अलग गिरोह शामिल हो जाते और बाजारों, भीड़भाड़ वाले जगहों में चोरी की घटनाओं को अंजाम देते हैं।
मासूम के आकाओं की तलाश कर रही है पुलिस
पुलिस ने मासूम बच्चे को अपने संरक्षण में के लिया है और उसकी निशानदेही पर उसके आकाओं की तलाश में छापेमारी कर रही है। इस बाबत गुलरिया थाना प्रभारी ने बताया कि बच्चे के बयान के आधार पर गिरोह के ठिकानों की छानबीन की जा रही है। पुलिस का कहना है कि इन गिरोहों पर नकेल कसने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा।