दो ग्रुप्स में 4-4 टीमें शामिल
खराब मौसम या अप्रत्याशित परिस्थितियों की स्थिति में, पुरुषों के फाइनल के लिए 1 सितंबर को एक ‘रिजर्व-डे’ के तौर पर रखा गया है। दिल्ली प्रीमियर लीग (मेंस) ने अपनी आठ टीमों को चार-चार के दो ग्रुप में बांटा है। ग्रुप-ए में आउटर दिल्ली वॉरियर्स, सेंट्रल दिल्ली किंग्स, न्यू दिल्ली टाइगर्स और नॉर्थ दिल्ली स्ट्राइकर्स शामिल हैं। वहीं, ग्रुप-बी में वेस्ट दिल्ली लायंस, ईस्ट दिल्ली राइडर्स, साउथ दिल्ली सुपरस्टार्स और पुरानी दिल्ली 6 शामिल हैं। पुरुषों के टूर्नामेंट में कुल 40 मैच खेले जाएंगे, जहां आठ टीमें खिताब के लिए मुकाबला करेंगी। हर टीम अपने ग्रुप की तीन टीमों के खिलाफ डबल राउंड रॉबिन मैच खेलेगी, जबकि दूसरे ग्रुप की चार टीमों के खिलाफ सिंगल राउंड रॉबिन मैच खेलेगी। इस तरह प्रत्येक टीम कुल 10 लीग मैच खेलेगी।
शीर्ष चार टीमें प्लेऑफ में पहुंचेंगी। शीर्ष दो टीमें क्वालीफायर-1 में आमने-सामने होंगी, जिसमें विजेता टीम को सीधे फाइनल में जगह मिलेगी। इस बीच, तीसरे और चौथे स्थान पर रहने वाली टीमें एलिमिनेटर में आमने-सामने होंगी, जिसमें हारने वाली टीम खिताबी रेस से बाहर हो जाएगी।
24 अगस्त को फाइनल मैच
एलिमिनेटर की विजेता टीम क्वालीफायर-2 में क्वालीफायर-1 की हारने वाली टीम से भिड़ेगी। उस मैच की विजेता टीम फाइनल में जगह पक्की कर लेगी और क्वालीफायर-1 की विजेता टीम से भिड़ेगी। महिलाओं की लीग में चार टीमें होंगी। राउंड-रॉबिन फॉर्मेट में कुल छह मैच खेले जाएंगे। लीग चरण की शीर्ष दो टीमें फाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी। खिताबी मैच 24 अगस्त को खेला जाना है।