CG Snake Bite: 98% मरीजों की बचाई जान
सभी मरीजों को इलाज के लिए सिस अस्पताल लाया गया, जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने त्वरित इलाज किया। मस्तूरी, तखतपुर, कोटा और सीपत इलाके में खेतों में काम करते समय या घरों में पानी भरने व नालियों की सफाई करते वक्त लोग जहरीले सांपों के शिकार हो रहे हैं।
मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, 64 मरीजों में से 42 पुरुष और 22 महिलाएं थीं, जिनकी उम्र 12 से 60 वर्ष के बीच रही। गौरतलब है कि सर्पदंश में झाड़ फूंक के फेर में न पड़कर अस्पताल ले जाएं।
22 एंटी वेनम के बाद भी नहीं बची जान
तिफरा क्षेत्र में सोमवार सुबह करीब 4 बजे घर में सो रही 8 वर्ष की बच्ची को कॉमन करैत सांप ने डस लिया। बच्ची अपनी दादी के साथ बिस्तर पर सोई थी और तकिए के पास हाथ में बाइट हुआ। परिजन उसे जिला
अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने 22 एंटीवेनम इंजेक्शन लगाए। हालत गंभीर होने के कारण बच्ची को आईसीयू में भर्ती किया गया, लेकिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
बारिश से पूर्व ही सिस के स्टाफ की ट्रेनिंग
सिस प्रबंधन ने बताया कि सर्पदंश के 98 प्रतिशत मामलों में मरीजों की जान बचाई जा रही है। डॉक्टरों और स्टाफ को बारिश पूर्व विशेष रूप से सर्पदंश प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया गया है।