इससे एक हजार से ज्यादा कुशल युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। इस इकाई में सरफेस माउंट टेक्नोलॉजी लाइनों की स्थापना की जाएगी, जो विभिन्न उद्योगों के लिए हाई-प्रेसीजन इलेक्ट्रॉनिक असेंबली और उत्पादों का निर्माण करेंगी। इकाई में वर्ष 2026 से उत्पादन शुरू होने की संभावना है।
बनवाई थी सेमीकंडक्टर पॉलिसी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वैश्विक और देशी निवेशकों को आकर्षित करने जीआइएस से पहले सेमीकंडक्टर पॉलिसी बनवाई थी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के एसीएस संजय दुबे ने कहा कि केन्स टेक्नोलॉजी की इकाई भोपाल में शुरू होने से यह स्पष्ट है कि आइटी और संबंधित क्षेत्रों के लिए बनाई गई नीतियां उद्योग जगत को राज्य में निवेश के लिये आकर्षित कर रही है। केन्स टेक्नोलॉजी इंडिया लिमिटेड के सीईओ रघु पनिक्कर ने पॉलिसी की सराहना की।
देश में आठ यूनिट
देश में आठ उन्नत निर्माण इकाइयों का संचालन कर रही केन्स की भोपाल में स्थापित होने जा रही यह इकाई मध्य भारत में पहला बड़ा निवेश है। कंपनी रक्षा एयरोस्पेस, औद्योगिक, चिकित्सा, ऑटोमोबाइल, आदि के लिए उत्पाद बनाती है।