Bharatpur News : जब छोटी थी तो दादी के साथ मंदिर चली जाती थी। यहां भजन गाने का ऐसा शौक चढ़ा कि जुबां पर हर वक्त भजन ही रहने लगे। पिता को एकबारगी तो यह खटका, लेकिन अब मेरी गायकी मेरे पिता का ‘अभिमान’ है। वे अब मुझे एक मुकाम पर देखना चाहते हैं। मेरा भी सपना अब पैरालाइसिस पिता की उम्मीदों को उड़ान देना है। यह कहना है भजन गायिका मीनाक्षी शर्मा का।
मीनाक्षी शर्मा अपनी आवाज को परवान देने के लिए वह प्रतिदिन घंटों रियाज करती हैं। मीनाक्षी कहती हैं कि मुझे भजन गाने का शौक था, लेकिन शादी कम उम्र में हो गई तो एकबारगी यह सपना बिखर सा गया, लेकिन पति को अपनी ख्वाहिश बताई तो वे मान गए। इसके बाद मेरे हौसलों को पंख लगे। आज यह गायकी मेरी जिंदगी का मकसद बन गई है। मीनाक्षी शर्मा ने बताया कि पति का स्पोर्ट मिलने के बाद मैं मंच तक पहुंची और अब गायकी से ही मेरी पहचान है।
लगन से सब कुछ संभव हो गया
मीनाक्षी शर्मा बताती हैं कि परिवार और बच्चों की देखरेख के बीच यह कतई आसान नहीं था, लेकिन कठिन परिश्रम के बीच यह तालमेल बैठ गया। शुरुआत में मंच पर जाने और माइक पकड़ने में थोड़ी झिझक थी, लेकिन लगन से सब कुछ संभव हो गया। इसके बाद और भी मंच मिले तो मैंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
मीनाक्षी बाबा श्याम और माता के गाती हैं भजन
मीनाक्षी, लखन गामा गोपालगढ़ के यहां से संगीत की विधा सीख रही हैं। वर्ष 2022 से भजन गायकी का सफर शुरू करने वाली मीनाक्षी शर्मा मथुरा, आगरा, दौसा, बयाना, लखनऊ एवं कानपुर में अपनी गायकी से खूब प्रशंसा पा चुकी हैं। मीनाक्षी ने बताया कि उनके माता-पिता अलवर रहते हैं, जिनकी देखभाल का जिम्मा भी मेरे ऊपर है। मीनाक्षी का सपना है कि वह अपने बुजुर्ग माता-पिता को देशभर में धार्मिक यात्रा कराएं। मीनाक्षी बाबा श्याम और माता के भजन गाती हैं।
परिवार के स्पोर्ट से मेरी गायकी में आया निखार
मीनाक्षी बताती हैं कि वह हर सुबह घर पर रियाज करती हैं। शुरुआत में थोड़ी दिक्कत आई, लेकिन अब यह आदत बन चुकी है। वह गायकी सीखने के बीच संगीत की पढ़ाई भी कर रही हैं। मीनाक्षी का कहना है कि परिवार के स्पोर्ट से मेरी गायकी में निखार आया है।
आ रहे तीन नए भजन
मीनाक्षी शर्मा के अब तीन नए भजन आ रहे हैं। इनमें ‘किस्मत वालों को मिलता है मां का प्यार …’, ‘तेरे बिन अधूरी है श्याम जिंदगी मेरी …’ तथा ‘श्याम कीर्तन में झूमो-नाचो गाओ …’शामिल हैं। यह भजन मीनाक्षी के गुरु मधुर किशोर महाराज ने लिखे हैं। वह इनका अभ्यास येमे एकेडमी में यूजिक टीचर लखन गामा के साथ कर रही हैं। मीनाक्षी ने श्याम बाबा मंदिर में अपना पहला भजन गाया था। इसके लिए मंदिर के महंत रोहित महाराज ने उन्हें खूब सपोर्ट किया।
Hindi News / Bharatpur / Bharatpur : मशहूर भजन गायिका मीनाक्षी शर्मा ने कहा, पैरालाइसिस पिता का सपना पूरा करना ही मेरा मकसद