UP News: उत्तर प्रदेश के सात जिले नेपाल की सीमा से सटे हुए हैं। इनमें महाराजगंज, सिद्धार्थनगर,
बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी और पीलीभीत जिले शामिल है। इन सीमा क्षेत्र में बहराइच के रुपईडीहा और बलरामपुर के बढ़नी सहित बॉर्डर के क्षेत्र में आयकर टीमों की जांच में खुलासा हुआ है। तमाम मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बेरोजगार युवकों को कमीशन के आधार पर इस काम में लगाया गया है। अब अधिकारी यह पता करने में जुटे हैं। कि बदले गए नोट आखिर कहां पहुंचाए जा रहे हैं।
विभाग को आशंका कहीं फर्जी पहचान पत्र के जरिए तो नहीं बदले गए नोट
नियमों के मुताबिक दो हजार रुपये के नोट केवल आरबीआई या डाकघरों में ही जमा किए जा सकते हैं। यहां पर भी उनकी सीमा अधिकतम 30000 तक है। विभाग अब नेपाल के डाकघरो की जांच कर रहा है। अब तक किन-किन लोगों ने नोट बदले हैं। आशंका है कि नोट बदलने के लिए फर्जी पहचान पत्र का इस्तेमाल किया गया।
बहुत अति गोपनीय तरीके से हो रही जांच
इस जांच के तहत विभाग ने कुछ निजी लोगों को नोट देकर नेपाल भेजा। जहां नोट आसानी से बदले गए। यह ऑपरेशन पूरी तरह गोपनीय रखा गया। इसमें पुलिस की मदद नहीं ली गई। इसी कार्रवाई के दौरान पता चला कि सीमा क्षेत्रों में यूपीआई से हजारों ट्रांजेक्शन हो रहे हैं। जिनसे अवैध धार्मिक गतिविधियों जैसे मस्जिद, मदरसा और मजार निर्माण तथा धर्मांतरण के लिए फंडिंग की जा रही है। बताया जाता है कि इसके तार तमिलनाडु की एक संस्था से जुड़ रहे हैं।