गुजरात ने 12500 अंकों में से औसतन 8178 अंक हासिल किए हैं। अहमदाबाद महानगरपालिका ने 10 लाख से अधिक आबादी वाले स्वच्छ शहरों में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। सुपर स्वच्छ लीग शहरों में 3 से 10 लाख तक की आबादी वाले शहरों में गांधीनगर महानगरपालिका को भी अवार्ड मिला है। प्रोमाइसिंग स्वच्छ शहर अवार्ड की श्रेणी में वडोदरा महानगरपालिका को भी अवार्ड मिला है।
गार्बेज फ्री सिटी श्रेणी में सूरत, अहमदाबाद को 7-7 स्टार
सूरत और अहमदाबाद महानगरपालिका को अलग-अलग श्रेणी में सात-सात स्टार मिले हैं। इसके अलावा वडोदरा, राजकोट, गांधीनगर, भावनगर, वापी महानगरपालिका को तीन-तीन स्टार मिले हैं। जबकि 19 मनपा-नगरपालिकाओं को एक-एक स्टार मिला है। राज्य की कुल 162 मनपा-नगरपालिकाओं में से 26 मनपा-नगरपालिकाओं को गार्बेज फ्री सिटी (जीएफसी) सर्टिफिकेशन मिला है।
सभी मनपा और नपाओं को ओडीएफ सर्टिफिकेशन
गुजरात की सभी 162 महानगर पालिकाओं-नगरपालिकाओं को खुले में शौच मुक्त शहर (ओपन डेफिकेशन फ्री-(ओडीएफ) शहर का सर्टिफिकेशन प्राप्त हुआ है। इनमें से 45 मनपा और 17 नगरपालिकाओं को वाटर प्लस, 95 को ओडीएफ डबल प्लस, नौ नगरपालिकाओं को ओडीएफ प्लस तथा 13 नगरपालिका और मनपा को ओडीएफ सर्टिफिकेशन मिला है।
चार श्रेणियों में दिए गए अवार्ड
केंद्र सरकार की ओर से इस वर्ष 2024-25 में यह विश्व का सबसे बड़ा शहरी स्वच्छता सर्वेक्षण का नौ वां संस्करण है। सरकार की ओर से रीड्यूस, री यूज तथा रीसाइकिल की थीम के तहत यह सर्वेक्षण किया गया । इसमें गुजरात राज्य की 17 महानगरपालिका तथा 145 नगरपालिकाओं (कुल 162 नपा व मनपा) ने भाग लिया। इस वर्ष प्रतिष्ठित चार श्रेणियों में अवार्ड दिए गए। इनमें सुपर स्वच्छ लीग, पांच लाख तक की आबादी वाले तीन स्वच्छ शहर, विशेष श्रेणी के गंगा किनारे के शहर, केंटोनमेंट बोर्ड, सफाई मित्र सुरक्षा, महाकुंभ तथा राज्य स्तर के पुरस्कार शामिल हैं।