इस शनिवार को ऐसा ना हो, सरकारी स्कूलों के साथ अनुदानित और निजी प्राइमरी एवं उच्च प्राइमरी स्कूलों में इसकी पालना हो उसके लिए शहर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय की ओर से सभी स्कूलों के प्राचार्य और संचालकों को निर्देश जारी किए गए हैं। इसमें कहा गया है कि बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए हर शनिवार को बैगलेस डे मनाया जाए। इस दिन उनके मनोरंजन और शारीरिक विकास से जुड़ी गतिविधियां कराई जाएं। इनमें खेलकूद गतिविधयां, योग, सूर्य नमस्कार, गीत, संगीत , चित्र स्पर्धा जैसी गतिविधियां और कार्यक्रम शामिल हैं।
डीईओ की ओर से स्कूलों को कहा गया है कि डीईओ कार्यालय स्तर से हर स्कूल में हर शनिवार को बैगलेस डे मनाया गया कि नहीं उसकी मॉनीटरिंग भी की जाएगी। कौन कौन सी गतिविधियां की जा सकती हैं उसका पूरा ब्यौरा भी परिपत्र के साथ भेजा गया है।
ये गतिविधियां कराने पर दें ध्यान
-बागबानी, कृषि विषयक कार्य: बच्चों को बगीचों, खेतों में ले जाकर खेती के बारे में जानकारी दें। पौधों में पानी देना, बुवाई कैसे होती है उसकी जानकारी दैं। -मिट्टी के बर्तन बनाना, लकड़ी से विभिन्न वस्तुएं बनाना और लोहे से खेती के औजार बनाने से जुड़ा इलेक्टि्रक कार्य की जानकारी, ट्रेनिंग दी जा सकती है। -स्कूल परिसर या गांव में आसपास सफाई अभियान में बच्चों को जोड़ें।
-10 बैगलेस डे और आनंददायी शनिवार कार्यक्रम करें। -जीसीईआरटी की ओर से एक मॉडयूल भी बनाया जाएगा। इसमें भी बच्चों को जोड़ें।