जहर के असर से कार में मृत पड़ा था बेटा, पिता की अस्पताल में हुई मौत
मंगलवार सुबह करीब नौ बजे देवहंस ने अपनी पत्नी सुमन को फोन कर सूचना दी कि उन्होंने और उनके बेटे ने ज़हर खा लिया है। वे तिगोड़वा और रामभारी के बीच अपनी कार में हैं। पत्नी जैसे ही यह बात सुनी वह बदहवास होकर बाहर भागी और पड़ोसियों को सूचना दी। जहर खाने की बात सुन बताए गए जगह पर लोग पहुंचे तो कार के अंदर बेटा मृत मिला और जबकि देवहंस की सांसें चल रही थीं। आनन फानन में उन्हें संयुक्त चिकित्सालय, बांसी ले जाया गया। लेकिन इलाज के दौरान उसने भी दम तोड़ दिया। दोनों की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया। परिचितों ने दबी जुबान से घटना के पीछे पारिवारिक तनाव बताया, देवहंस के तीन भाई हैं जिनमें परमहंस बाहर रहते हैं ,नरवदेश्वर चतुर्वेदी गांव में ही रहते हैं। घटना की सूचना पाकर बांसी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। पिता-पुत्र की मौत की सूचना गांव में पहुंची तो बड़ी संख्या में ग्रामीण अस्पताल पर पहुंच गए। बांसी कोतवाली प्रभारी संतोष कुमार तिवारी ने बताया कि अस्पताल से सूचना मिलने पर वह पहुंचे। पिता-पुत्र का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। दोनों की मौत का कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ही स्पष्ट हो सकेगा। घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा हुआ है।